-आईजीआरएस पर शिकायत की तो मिली फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी
उन्नाव, हिलौली। सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए डिजिटल हस्ताक्षर की शुरुआत करने के आदेश के बाद जहां इसका विरोध हुआ वही लापरवाह अधिकारी कर्मचारी आज भी अपने विभागों से नदारत रहते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में कोई भी अधिकारी के खिलाफ बोलने को तैयार नहीं होता, कार्यालय पहुंचे तो चपरासी कर्मचारी कहता है साहब बस आने वाले है।
कुछ ऐसे ही नदारत रहने वाले पशु चिकित्सालय के डॉक्टर साहब का मामला भी चर्चा में बना रहता है, किसी ने शिकायत या आवाज उठाई तो डॉक्टर साहब उसे फंसाने की धमकी देने लगते है। हम बात कर रहे है विकास खण्ड हिलौली के ग्राम मवई में स्थिति राजकीय पशु चिकित्सालय के डॉक्टर की जो केंद्र में 12 बजकर 30 बजे तक भी नदारत रहते है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त रहता है।
आखिर ग्रामीण शिकायत करें तो किससे साहब, एक ग्रामीण डॉक्टर साहब से दवा कराने के लिए जब चिकित्सालय पहुंचा तो दोपहर के समय केंद्र पर चपरासी खाना खाता नजर आया, कहा साहब आएंगे, लेट लपेट आते हैं। इससे अंदाज लगाया जा सकता है कि डॉक्टर साहब गैर जनपद से कितने बजे अपने कार्यालय पहुंचते होंगे, और जानवरों का इलाज कब होता होगा।
सूत्रों की माने पिछले माह किसी ने आईजीआरएस पर शिकायत भी की तो शिकायतकर्ता को फर्जी मुकदमा दर्ज करवाकर फंसाने की धमकी मिल गई। वही शिकायत का निस्तारण हो गया। ऊंची पहुंच के डॉक्टर साहब अब चिकित्सालय देर से पहुंचे या न पहुंचे इससे किसी को कोई लेना देना नहीं हां आसपास के ग्रामीणों को पशुओं का इलाज कराने में दिक्कत जरूर आती है।