महराजगंज, रायबरेली। महिला सशक्तिकरण अभियान के अंतर्गत न्यू स्टैंडर्ड कालेज एजुकेशन सालेथू में “दहेज प्रथा – वरदान अथवा अभिशाप” नामक विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) अनिल कुमार, डी.एल.एड. प्राचार्य धीरेंद्र कुमार सिंह के संरक्षण में किया गया जिसमें महाविद्यालय के लगभग 60 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
इस प्रतियोगिता में दहेज लेने के पक्ष में विचार रखने वाले छात्रों का मानना है कि दहेज लेने से दैनिक जीवन में उपयोग की जाने वाली वस्तुओं की पूर्ति होती है और साथ ही में हमारा जीवन स्तर ऊंचा होता है। दहेज एक वरदान है। वहीं विपक्ष के छात्रों ने इसे एक अभिशाप के रूप में व्यक्त किया है इस वर्ग के छात्रों का मानना है कि वर्तमान में दहेज की प्रथा सामाजिक विसंगतियों को जन्म देती है जिससे पारिवारिक हिंसा, घरेलू हिंसा, कन्या भ्रूण हत्या जैसी आदि कुप्रथाओं का जन्म होता है।
इस प्रतियोगिता के पक्ष में आकांक्षा प्रथम, शुभी अवस्थी द्वितीय, अश्वनी तृतीया रही वहीं विपक्ष में प्राची प्रथम, महिमा तिवारी द्वितीय, साक्षी तृतीय रही ।प्रतियोगिता में डॉ. वंदना पांडे, डॉ.उपासना पांडे,अनीता मौर्या, खुशबू सिंह ने निर्णायक की भूमिका का निर्वहन किया।
इस अवसर पर डॉ.अरुण चौधरी, डॉ. रश्मि श्रीवास्तव , जे.सी.श्रीवास्तव ,अनुभव त्रिपाठी, कोमल वर्मा, रेखा मिश्रा , सफ़क खातून ,प्रमोद कुमार आदि प्राध्यापक उपस्थित रहे।