उत्तर मध्य रेलवे की केंद्रीय चिकित्सालय की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में , प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक डा. जे. पी.रावत के संरक्षण में तथा चिकित्सा निदेशक डा. एस.के. हांडू के निर्देशन में मार्च महीने में शताब्दी समारोह मनाया जा रहा है– प्रयागराज मंडल से अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट
इस अनुक्रम में प्रतिदिन एक निश्चित विषय पर केंद्रीय चिकित्सालय में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कैंप में संबंधित विषय पर विशेषज्ञों द्वारा महत्वपूर्ण जानकारी दी जाती है। विशेषज्ञों द्वारा जानकारी पाने के लिए लोग इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं।
जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ 1 मार्च को डा. जे पी रावत, प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक द्वारा किया गया। इस अवसर पर चिकित्सालय में “तंबाकू जागरूकता प्रोग्राम” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डा. रोहित कुमार ने तंबाकू से होने वाले नुकसान इससे बचाव के विभिन्न उपाय बताए। उन्होंने लोगों से तंबाकू की लत पूर्ण रूप से छोड़ने की अपील की। कार्यक्रम में डा. जे. पी. रावत, डा. एस. के. हांडू, डा. एस. पी. शर्मा, डा. कल्पना मिश्रा तथा डा. मंजुलता हांडू ने भी संबोधित किया तथा लोगों को जागरूक किया।
2 मार्च को केंद्रीय चिकित्सालय परिसर में “रेबीज ~नई रेबीज रोधी टीका” विषय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डा. अनुराग यादव ने रेबीज के नई वैक्सीन के बारे में बताया। उन्होंने रेबीज को लेकर लोगों में फैली भ्रांतियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया की रेबीज एक जानलेवा बीमारी है तथा वैक्सीन ही इससे बचने का एकमात्र उपाय है। रेबीज वाहक जंतुओं के काटने पर प्राथमिक उपचार भी बताया, तुरंत ही चिकित्सक से सलाह लेकर वैक्सीन लगवाने तथा वैक्सीन का कोर्स पूरा करने की सलाह दी।अपने पालतू जानवरों का भी टीकाकरण अवश्य कराएं। इसके अतिरिक्त वैक्सीन की क्रिया प्रणाली पर भी उन्होंने संछिप्त व्याख्यान दिया। इस अवसर पर डा. एस. के. हांडू, डा. एस. पी. शर्मा, डा. कल्पना मिश्रा डा. मंजुलता हांडू , डा. एस. एस. नायक, डा. रीना अग्रवाल, डा. नुपुर पांडेय ने भी रेबीज के संबंध में लोगों का ज्ञानवर्धन किया। कार्यक्रम का संचालन चिकित्सालय कर्मी तरुण जैन, मोडेस्टा टोपेनो, सीता गुप्ता, राजकुमार, जितेंद्र वर्मा, सुमंती तथा सत्येंद्र कुमार ने किया।