मानवाधिकार मीडिया छतरपुर मध्य प्रदेश से संवाददाता शिवपाल रैकवार की रिपोर्ट।
छतरपुर,( मध्य प्रदेश)जनपद के अंतर्गत आने वाले चंदला तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम सभा गुमानपुर मे खजुराहो स्टोन (इंडिया ) प्राइवेट लिमिटेड खनिज वेल्डर के नाम से क्रेशर गिट्टि निर्माण का प्लांट संचालित होता है।
इस कम्पनी के संचालन के लिए बकायदा प्रशासन ने ब्लास्टिंग की अनुमति दी है। जिसमें प्रति दिन सैकड़ों की संख्या में डम्पर से क्रेशर,और गिट्टि का आवागमन होता है। इन वाहनों के आवागमन से आलम यह है कि यहां रहने वाले ग्रामीणों का जन जीवन अस्त व्यस्त हो रहा है वाहनों के संचालन से इतनी धूल उडती की घरो एवं घरों की छतों पर धूल की पर्तें चढ गई है। बात यहीं समाप्त नहीं होती है।
जब खदानों में पत्थरों के लिए ब्लास्टिंग की जाती है तो पत्थरों के बड़े-बड़े टुकड़े आस पास के घरों व विधालय में गिर रहे हैं। जिसकी जद में नन्हे बच्चे फंसे हुए हैं कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता। पत्थरों के घरों एवं विधालय में गिरने से ग्रामीणों मे आक्रोश व्याप्त है। बताते चलें कि अगर महौल यही रहा तो इस पूरे इलाके वायु प्रदूषण फैलाने का खतरा मंडरा रहा है। जिन ग्रामीणों के घरों में ब्लास्टिंग द्वारा पत्थर गिरे है क्रमशः इस प्रकार हैं पंचा रैकवार, दुर्गा रैकवार, प्रताप सिंह, शिवशरण सिंह, भैया रामपाल, श्याम लाल प्रजापती, दादू प्रजापती, छोटा प्रजापति , नरेन्द्र सिंह, धीरेंद्र सिंह व अन्य दर्जनों गांव वासियों के घरों में पत्थरों के टुकड़े गिर रहे हैं। प्रशासन को अवगत कराने पर भी कम्पनी अपने इस रवैये मे कोई सुधार नहीं कर रही है।