हटा संवाददाता पुष्पेन्द्र रैकवार
मामला हटा दमोह रोड पर 2 किलोमीटर दूर प्रेमपुरा प्रतिक्षालय के पास अचानक एंबुलेंस वाहन के इंजन से आज की चिंगारी के साथ तेज धुआं निकलने लगा ओर एंबुलेंस बंद हो गई गर्भवती महिलाओं का प्रसव उचित व्यवस्था व चिकित्सकों की देखरेख में समय पर अस्पताल में हो सके इसके लिए शासन द्वारा जननी एक्सप्रेस व 108 एंबुलेंस वाहन चलाए जा रहे हैं लेकिन सिविल अस्पताल हटा में पुरानी एम्बुलेंस गर्भवती महिलाओं के लिए कल आफत बन गई
देखा जाये बुधवार की दोपहर हटा मैं देखने को मिला
गर्भवती महिला को सिविल अस्पताल से 108 एंबुलेंस से दमोह के लिए रेफर किया गया जो हटा से 2 किलोमीटर दूर प्रेमपुरा के पास अचानक एंबुलेंस में आग लग गई जिससे आनन-फानन में घबराई गर्भवती महिला के परिजनों ने तुरंत खिड़की से गर्भवती महिला को बाहर निकाल कर जान बचाई
वही ड्राइवर की सूझबूझ सावधानी पूर्वक तुरंत ही इंजन को कंट्रोल कर जलने से बचा लिया। घटना की जानकारी लगते ही
डॉक्टर यूएस पटेल
सीबीएमओ व पुलिस के साथ मौके पर गर्भवती महिला को जिला अस्पताल भेजने की व्यवस्था कराई।
नगर के रामगोपाल जी वार्ड निवासी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रीना व्यास ने जानकारी देते हुए बताया कि वह अपनी बहू 20 वर्षीय महिक पति सनद व्यास जो प्रथम बार गर्भवती होने के चलते 9 माह पूरे होने पर प्रसव पीड़ा होने पर सिविल अस्पताल हटा लेकर पहुंची
जहां पर ड्यूटीरत स्टाफ द्वारा परीक्षण उपरांत उसे जिला चिकित्सालय रेफर किया गया
जिसे दोपहर 1:30 बजे 108 एंबुलेंस वाहन क्रमांक CG 04 NW 6317 से दमोह रेफर किया गया
एंबुलेंस वाहन के इंजन से आग की चिंगारी के साथ तेज धुआं निकलने लगा
ओर एंबुलेंस बंद हो गई जिस एंबुलेंस में धुआं ही धुआ फैल गया
जिससे सभी लोग घबरा गए और आनन-फानन में खिड़की से गर्भवती महिला को बाहर निकाला लेकिन गनीमत रही कि एंबुलेंस पायलट की सूझबूझ के साथ इंजन में सुलगने वाली चिंगारी पर तुरंत ही काबू पा लिया गया
और आग भड़कने से बच गई।
नहीं तो कुछ भी हो सकता था
या फिर भगवान कि कृपा माने
भीषण धूप में सड़क पर घंटे तड़पती रही महिला
जहां एक ओर विषम परिस्थितियों के चलते दर्द को सह रही गर्भवती महिला को शीघ्र ही इलाज हेतु जिला अस्पताल रेफर किया गया था
लेकिन रास्ते में ही 108 वाहन मैं आग लग जाने से चलते खिड़की से बाहर निकाल कर परिजनों द्वारा तपती दोपहरी में जहां तापमान 42 डिग्री चल रहा था उसी दौरान गर्भवती महिला परिजनों के साथ घंटों सड़क पर दर्द से तड़पती रही
वही जब सीबीएमओ डॉक्टर यूएस पटेल को फोन पर सूचना मिली तो वह तुरंत ही हंड्रेड डायल की मदद से घटनास्थल पर पहुंचे जहां पर उन्होंने
सिविल अस्पताल से संचालित एंबुलेंस वाहन को भेज कर गर्भवती महिला को सुरक्षित जिला अस्पताल भिजवाया
मगर सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं व गंभीर मरीजों को तुरंत इलाज मिल सके लेकिन 108 एम्बुलेंस वाहन से जिंदगी कितनी सुरक्षित है
इस घटना से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।
आईये सुनते हैं
सीबीएमओ डॉक्टर यूएस पटेल इस घटना की जानकारी देते नजर आ रहे
सीबीएमओ डॉक्टर यूएस पटेल इस घटना की जानकारी देते नजर आ रहे
सिविल अस्पताल से संचालित एंबुलेंस वाहन को भेज कर गर्भवती महिला को सुरक्षित जिला अस्पताल भिजवाया