झांसी! शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2024 के लिए उच्च शैक्षिक संस्थानों और पॉलिटेक्निक के 16 शिक्षकों का चयन किया है. जिनमें से एक हैं बुंदेलखंड अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान झांसी (उ.प्र.) की प्रोफेसर डॉ. शहनाज़ अयूब यह पुरस्कार 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा विज्ञान भवन दिल्ली में दिया जाएगा , जो शिक्षकों के योगदान और समर्पण को सम्मानित करने का एक विशेष अवसर है। यह क्षण पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है ।यह पुरस्कार उनकी उत्कृष्ट शिक्षण क्षमताओं, शैक्षिक उत्कृष्टता और छात्रों के प्रति प्रतिबद्धता के लिए पहचानी जाती है।बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुसार विद्यार्थियों, संस्थान और शिक्षा व्यवसाय की उन्नति के लिए प्रेरित, ऊर्जावान और सक्षम संकाय अहम है। इसमें शिक्षा इकोसिस्टम में उत्कृष्टता की संस्कृति विकसित करने के लिए पुरस्कार और मान्यता जैसे प्रोत्साहनों की भी परिकल्पना की गई है। अब तक यह पुरस्कार केवल स्कूल शिक्षकों तक ही सीमित थे डॉ. शहनाज़ अयूब इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार अभियांत्रिकी विभाग में प्रोफेसर हैं । वे संस्थान नवाचार परिषद की अध्यक्ष तथा इनोवेशन एवं इनक्यूबेशन सेल की समन्वयक भी हैं। इसके अलावा, वह बुंदेलखंड इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर फाउंडेशन (बीआईआईसीएफ) की निदेशक हैं, जिसके तहत स्टार्टअप्स को फंडिंग और समर्थन मिला है। यह संस्थान की नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। डॉ. शहनाज़ अयूब हमेशा से ऐसी चीजों में रूचि रखती है जो देश के विकास में बढ़ावा दे, वह सदा विद्यार्थियों को नवाचार में रूचि के लिए प्रोत्साहित करती है। डॉ. शहनाज़ परिणाम-आधारित शिक्षा में गहरी रुचि रखती हैं और स्नातक कार्यक्रमों के एनबीए प्रत्यायन में सक्रिय रूप से शामिल हैं। वे महिला शिकायत निवारण प्रकोष्ठ की अध्यक्ष भी हैं डॉ. शहनाज़ अयूब को यह पुरस्कार मिलना पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है और यह उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण को दर्शाता है।उनके नेतृत्व में तकनीकी शिक्षा ने नया आयाम प्राप्त किया है औद्योगिक अनुसंधान और शिक्षण में उनके अनुभव ने उन्हें एआईसीटीई विश्वेश्वरैया सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार 2021 से नवाजा।”एक ‘मेंटर ऑफ चेंज” के रूप में, उन्होंने स्टार्टअप्स को सशक्त किया और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा दिया है उन्होंने आईडिया टू बिजनेस मॉडल’ पर एक क्रेडिट कोर्स शुरू किया, जिससे छात्रों में उधमिता की भावना और कौशल विकसित हो रहे हैं उनका दृष्टिकोण और समर्पण, नए भारत के एक महत्वपूर्ण कदम है तकनीकी शिक्षा में नवाचार और उधिमिता को बढ़ावा देते हुए नए भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए उन्हें राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया जाता है।
टीम मानवाधिकार मीडिया से ब्यूरो रिपोर्ट झांसी।