दिनांक 29 अगस्त 2024
ट्रैजरी कक्ष के अंदर और बाहर सभी कैमरे 24X7 क्रियाशील रहें:- मुख्य सचिव
30 व 31 अगस्त, 2024 को आयोजित होने वाली आरक्षी भर्ती परीक्षा को नकलविहीन, निष्पक्ष, पारदर्शी व घटनामुक्त कराया जाये संपन्न:- मुख्य सचिव
चिकित्सा संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों का फुटफॉल के आधार पर कराया जाये सिक्योरिटी ऑडिट
सभी अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे क्रियाशील हो और परिसर में प्रकाश की समुचित व्यवस्था रहे:- मुख्य सचिव
किसी भी प्रकार की घटना घटित होने पर स्थानीय पुलिस द्वारा की जाये त्वरित कार्यवाही
अस्पतालों में स्ट्रेचर व व्हीलचेयर्स की पर्याप्त उपलब्धता
मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से समस्त मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों व वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ की बैठक
झांसी।मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने समस्त मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों व वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की।अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस के लिये आरक्षी भर्ती की गत 3 दिनों में 6 पालियों में आयोजित लिखित परीक्षा अच्छी तरह से प्रबंधित और घटनामुक्त रही है। इसी तरह आगामी 30 व 31 अगस्त, 2024 को आयोजित होने वाली परीक्षा को नकलविहीन, निष्पक्ष, पारदर्शी व घटनामुक्त संपन्न कराया जाये। इसमें किसी भी तरह की ढिलाई न बरती जाये। परीक्षा के दौरान व पहले पूरी सतर्कता बरती जाये और अधिकारियों की मोबिलिटी बनायी रखी जाये।
उन्होंने ट्रेजरी की सुरक्षा पर विशेष बल देते हुये कहा कि ट्रैजरी कक्ष के अंदर और बाहर सभी कैमरे 24X7 क्रियाशील और विधिवत प्रकाश की व्यवस्था अनिवार्य रूप रहे। सभी ट्रैजरी कक्ष की 24X7 सीसीटीवी निगरानी पुलिस भर्ती बोर्ड द्वारा की जा रही है। कैमरे किसी भी समय बंद न हो इसके लिये जनरेटर अथवा इनवर्टर की व्यवस्था रहे। प्रश्नपत्रों की निकासी के समय जिलाधिकारी उपस्थित रहें, ताकि वही सेट निकले जो भर्ती बोर्ड द्वारा बताया गया है।
मुख्य सचिव ने कहा चिकित्सा संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों का फुटफॉल के आधार पर सिक्योरिटी ऑडिट कराया जाये और यह सुनिश्चित कराया जाये कि सभी अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे क्रियाशील हो और परिसर में प्रकाश की समुचित व्यवस्था रहे। बड़ें संस्थानों में किसी भी कोने में अंधेरा न हो।
उन्होंने कहा कि पुलिस और चिकित्सा संस्थान के मध्य बेहतर समन्वय होना चाहिये। किसी भी प्रकार की घटना घटित होने पर स्थानीय पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में स्ट्रेचर व व्हीलचेयर्स की पर्याप्त उपलब्धता होनी चाहिये।
पुलिस महानिदेशक श्री प्रशांत कुमार ने कहा कि शासन द्वारा भर्ती परीक्षा को फुल प्रूफ एवं लीक प्रूफ कराने का निर्णय लिया गया है, इसमें सभी को सहभागिता करनी है। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की कि पुलिस भर्ती के बारे में जारी एसओपी का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये। इसी प्रकार परीक्षा के दिन और परीक्षा के पहले सतर्कता बरतने के लिये हेडक्वार्टर से दिये गये निर्देशों उनका भी अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने कहा कि विशेष तौर बड़े शहर हैं, जहां बड़ी संख्या में अभ्यर्थी परीक्षा में सम्मिलित होंगे तथा रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन व मेट्रो स्टेशन आदि पर अत्यधिक सतर्कता बरती जाये।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि अस्पतालों में प्रवेश के लिए पास सिस्टम बनाया जाये। पार्किंग व्यवस्था को बेहतर किया जाये। आउटसोर्सिंग कर्मी का पुलिस वेरीफिकेशन कराया जाये और संदिग्ध पाये जाने पर नौकरी से हटाया जाये। पॉश कमेटी की बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जाये।
बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार, अध्यक्ष पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड राजीव कृष्णा, एडीजी लाएण्डओ अमिताभ यश, सचिव गृह संजीव गुप्ता,एनआईसी झाँसीमें मण्डलायुक्त बिमल दुबे, डीआईजी कलानिधि नैथानी, ज़िलाधिकारी अविनाश कुमार, एसएसपी श्री राजेश एस सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
टीम मानवाधिकार मीडिया से ब्यूरो रिपोर्ट झांसी।