पीडब्ल्यूएस शिक्षालय शिक्षा के मंदिर के साथ राष्ट्रीय महाक्रांति का अद्वितीय प्रकल्प — आर के पाण्डेय एडवोकेट
— 1 ईंट 1 रुपए से शिक्षालय निर्माण।
— निर्धन बेसहारा बच्चों को निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा।
— श्रीराम जन्मभूमि मंदिर दर्शनार्थियों के ठहराव की व्यवस्था।
— सभी दानदाता रजिस्टर्ड सम्मानित सदस्य।
परमशक्ति धाम, अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या के समीप परमशक्ति धाम, गोरसरा शुक्ल में 1 ईंट 1 रुपए के जन सहयोग से निर्माणाधीन पीडब्ल्यूएस शिक्षालय वास्तव में शिक्षा के मंदिर के साथ अद्वितीय राष्ट्रीय महाक्रांति का स्थाई प्रकल्प है।
मीडिया से वार्ता में उपरोक्त जानकारी देते हुए पीडब्ल्यूएस प्रमुख आर के पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि विश्वव्यापी कोरोना संकटकाल के दौरान तीर्थराज प्रयागराज में पावन मां गंगा-यमुना-सरस्वती के त्रिवेणी संगम में पावन महापर्व विजयदशमी के दिन एनजीओ पीडब्ल्यूएस द्वारा लिए गए अद्वितीय संकल्प “देवालय से सामाजिक व शिक्षालय राष्ट्रीय वैचारिक महाक्रांति” के महाअभियान के अंतर्गत 1 ईंट 1 रुपए के जन सहयोग से एक ऐसे शिक्षालय के व्यवस्था का विचार बना जोकि क्योंकि प्रत्येक दृष्टिकोण से अद्वितीय व जनहितकारी हो।
*1 ईंट 1 रुपया ही क्यों?*
इस प्रश्न के जवाब में पीडब्ल्यूएस प्रमुख आर के पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि समाज में हर प्रकार के लोग हैं लेकिन उन्होंने अपने जीवन काल में यह भी देखा कि बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो इच्छा रखने के बावजूद धनाभाव में किसी विशेष सेवा प्रकल्प के सहभागी नहीं बन पाते इसलिए पीडब्ल्यूएस ने यह अभियान चलाया ताकि कोई व्यक्ति न न कर सके। 1 ईंट निर्माण का प्रतीक है जबकि 1 रुपया अतिरिक्त दान का प्रतीक है और 1 ईंट 1 रुपया से इस अभियान को चलाने का उद्देश्य सभी राष्ट्रभक्त हिंदुस्तानी समाजसेवियों को इसमें जोड़ना है।
*किससे लेना है सहयोग?*
इस प्रश्न के जवाब में आर के पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि पीडब्ल्यूएस शिक्षालय निर्माण में सहयोग सबसे न लेकर मात्र उनसे सहयोग लेना है जोकि समाजहित व राष्ट्रहित को समर्पित हों।
*पीडब्ल्यूएस शिक्षालय अभूतपूर्व अद्वितीय क्यों?*
आर के पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि 76 वर्ष के लोकतांत्रिक स्वतंत्रता के बावजूद देश में अनेकों शिक्षा बोर्ड, माध्यम व कानूनी राजनीतिक भेदभाव परक व्यवस्थाओं के कारण आज भी समाज में ऐसे तमाम लोग हैं जो चाह करके भी अपने बच्चों को शिक्षा दे पाने में असमर्थ हैं जिसका दुष्परिणाम यह है कि देश में शत प्रतिशत साक्षरता तक नहीं है जबकि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तो दूर की कौड़ी है। ऊपर से शिक्षा माफिया ने शिक्षा को एक व्यवसाय बना दिया है जिन पर सरकार का भी कोई रोक नहीं है। ऐसे में एनजीओ पीडब्ल्यूएस ने एक ऐसे शिक्षा प्रकल्प का अभूतपूर्व अद्वितीय संकल्प लिया जोकि वास्तविक रूप से लोकतांत्रिक हो और जिसमें सभी निर्धन बेसहारा बच्चों को पूर्णतया निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जा सके जिससे समाज में शत साक्षरता लाई जा सके।
*पीडब्ल्यूएस शिक्षालय का मुख्य उद्देश्य क्या है?*
आर के पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि मात्र 1 ईंट 1 रुपए के जन सहयोग से निर्मित होने वाले पीडब्ल्यूएस शिक्षालय का मुख्य उद्देश्य आम जनमानस के बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के साथ समाज समाज के सभी निर्धन बेसहारा बच्चों को पूर्णतया निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना तथा अपने राष्ट्र भारतवर्ष को एक शिक्षित, विकसित व आत्मनिर्भर विश्वगुरु राष्ट्र बनाना है और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या के दर्शनार्थियों को ठहराव की भू व्यवस्था करना है।
*पीडब्ल्यूएस शिक्षालय निर्माण व संचालन व्यवस्था*
आर के पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि पीडब्ल्यूएस शिक्षालय निर्माण व संचालन संबंधी स्पेशल 111 सदस्यीय राष्ट्रीय टीम की व्यवस्था बनाई जा रही है जिसमें भारत वर्ष के सभी राज्यों के विशिष्ट समाजसेवियों का प्रतिनिधित्व रहेगा तथा आगामी 2 अप्रैल 2025 से पीडब्ल्यूएस शिक्षालय के संचालन की व्यवस्था सुनिश्चित है।