मंत्री नन्दी ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर दी दीपावली व छठ की शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में खुशहाली, समृद्धि और चहुमुखी विकास की ओर अग्रसर है उत्तर प्रदेशः नन्दी
जीआईएस में हस्ताक्षरित 29,066 एमओयूज में 8,961 एमओयूज क्रियान्वयन के लिए हैं तैयार, जिसमें 7 लाख 16 हजार 491 करोड़ रूपए का निवेश समाहित
आज प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री और प्रयागराज शहर दक्षिणी के विधायक नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने पांच कालीदास मार्ग मुख्यमंत्री आवास पर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट की और उन्हें दीपावली व लोकआस्था के महापर्व छठ की शुभकामनाएं दी। मंत्री नन्दी ने कहा कि कर्मयोगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश निरन्तर खुशहाली, समृद्धि और चहुमुखी विकास के प्रकाश की ओर अग्रसर है। चौबीस करोड़ उत्तर प्रदेशवासियों के जीवन में बदलाव माननीय मुख्यमंत्री जी की सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश औद्योगिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास की बुलन्दियों को छू रहा है। आज हर घर समृद्धि की रौशनी है, हर घर खुशहाली की दीपावली है। प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या की रौनक और जगमग को पूरी दुनिया देख रही है। आने वाली 22 जनवरी को नवनिर्मित भव्य मंदिर में प्रभु श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से एक नए युग का आरम्भ होने जा रहा है। दुनिया भर के सनातनियों में उत्साह, उमंग और उल्लास है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि प्रदेश के औद्योगिक विकास को एक नई रफ्तार और एक नया विस्तार देने में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2023 के आयोजन की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका है। जीआईएस 2023 में हमें लगभग 33 लाख 50 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जो बढ़कर वर्तमान में 39 लाख 52 हजार 400 करोड़ के हो गए हैं। यह उत्तर प्रदेश में निवेश हेतु औद्योगिक जगत के ऐतिहासिक रूझान को दिखाता है। जीआईएस 2023 के एमओयूज को धरातल पर उतारने की दिशा में हम निरन्तर काम कर रहे हैं। प्रत्येक निवेशक के साथ संवाद, सहयोग एवं समन्वय के माध्यम से उन्हें प्रदेश के औद्योगिक विकास की धारा में शामिल कर रहे हैं!
निवेशकों की आवश्यकता एवं अनुकूलता के अनुसार लैण्ड अलाटमेन्ट्स सहित अन्य आवश्यक प्रक्रियाओं को युद्ध स्तर पर पूरा किया जा रहा है। जीआईएस 2023 के अंतर्गत हस्ताक्षरित कुल 29 हजार 66 एमओयूज में कुल 8 हजार 961 एमओयूज क्रियान्वयन हेतु तैयार हैं। जिनमें कुल 7 लाख 16 हजार 491 करोड़ रूपए का निवेश समाहित है।