महापौर की अध्यक्षता तथा मेला अधिकारी एवं नगर आयुक्त की उपस्थिति में प्रथम चरण में मेला क्षेत्र से सटे 41 वार्डो के सभासदों के साथ समन्वय बैठक संपन्न हुई।
महाकुंभ 2025 के दृष्टिगत कराए जा रहे कार्यों से जनप्रतिनिधियों को जोड़ने तथा जन समस्याओं के निराकरण हेतु आज महापौर श्री गणेश केसरवानी की अध्यक्षता तथा मेला अधिकारी श्री विजय किरन आनंद एवं नगर आयुक्त श्री चंद्र मोहन गर्ग की उपस्थिति में प्रथम चरण में मेला क्षेत्र से सटे 41 वार्डो के सभासदों के साथ समन्वय बैठक मेला प्राधिकरण कार्यालय स्थित आई ट्रिपल सी सभागार में संपन्न हुई।
बैठक में जल निगम, विद्युत विभाग तथा नगर निगम द्वारा कराए जा रहे कार्यों का प्रस्तुतीकरण किया गया तथा वार्ड वार उन विभागों से जुड़ी समस्याओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। माननीय सभासदों द्वारा उनके वार्डो में वॉटर पाइपलाइन, ड्रेनेज, विद्युत आपूर्ति में आ रही समस्याओं तथा सड़कों संबंधित समस्याओं के बारे में अवगत कराया गया जिस पर पुरानी परियोजनाओं के अंतर्गत हुए कार्यों में आ रही समस्याओं की गैप एनालिसिस करने के निर्देश दिए गए।
नगर निगम द्वारा बनाई जा रही सड़कों पर अनिवार्य रूप से पटरी बनाने तथा निर्माण से पहले ड्रेनेज चैंबर को थोड़ा उठाने ताकि निर्माण के उपरांत चैंबर सड़कों में धस ना जाए की भी अपील की गई। सभी वार्डों में कुछ गालियों के विकास हेतु सभासदों के साथ एक समिति बनाते हुए उनका चिन्हांकन करने के भी निर्देश दिए गए। पार्षदों द्वारा पानी की टंकियों से संबंधित भी कई समस्याओं के बारे में अवगत कराया गया जिस पर मेला अधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को सत्यापन कर यदि कोई कमी कहीं भी पाई जाती है तो उसे 15 दिन के भीतर ठीक कराने के निर्देश दिए। आगामी कुंभ के दृष्टिगत जो नए काम कराए जा रहे हैं उसकी कार्य योजना के बारे में सभी स्टेकहोल्डर्स को अवगत कराने के लिए भी कहा गया।
बैठक में नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि पायलट प्रोजेक्ट के रूप में नगर निगम द्वारा कुछ टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन किए गए हैं जिसके अंतर्गत रोबोट के माध्यम से ड्रेनेज पाइपलाइन एवं वॉटर पाइपलाइन में लीकेज एवं कंन्टेमिनेशन का आकंलन करना संभव हो सका है। इस दिशा में काम चल रहा है और शीघ्र ही इस प्रक्रिया को और वृहद रूप दिया जाएगा जिससे कि भविष्य में पानी की लीकेज एवं पाइपलाइन में गंदगी की समस्या से निजाद मिल सकेगा।
बैठक में माननीय महापौर ने सभी से एक आदर्श मेला कराने हेतु पॉजिटिव एटीट्यूड के साथ प्रशासनिक कार्यों में सहयोग करने की अपील की तथा प्रयागराज को एक बेहतरीन धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने में अपना अपना योगदान करने को कहा।