फर्जी ट्रेजरी ऑफिसर बनकर पेंशन को आनलाइन माध्यम से खाते में भेजने के नाम पर सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी के साथ ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गैंग का 01 सदस्य/वांछित अभियुक्त साइबर अपराध थाना द्वारा गिरफ्तार — अभिषेक गुप्ता, प्रयागराज मंडल
साइबर क्राइम थाना पुलिस टीम द्वारा थाना स्थानीय के पंजीकृत मु0अ0सं0- 02/2024 धारा 419/420 भा0द0वि0 व 66सी/66डी आई0टी0 एक्ट से सम्बन्धित 01 वांछित अभियुक्त शंकर कुमार निराला उर्फ सोनू पुत्र शशिभूषण प्रसाद निवासी ग्राम मीरबीघा, पो0 चकवाय, थाना वारसलीगंज जनपद नवादा बिहार को दिनांक 16.02.2024 को कोलकाता पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर कब्जे से 01 एन्ड्रॉयड मोबाइल फोन, 11 विभिन्न बैंको के खातों की पासबुक, 05 विभिन्न बैंको के खातों की चेकबुक, 15 एटीएम कार्ड, 01 वाईफाई राउटर, 07 फर्जी सिम कार्ड बरामद किये गये । नियमानुसार अग्रिम विधिक कार्यवाही की गयी।*घटना का विवरण–*फर्जी ट्रेजरी अफसर बनकर पेंशन को ऑनलाइन माध्यम से खाते में भेजने के नाम पर सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी से ओटीपी पूछकर लगभग 9,93,000.00 (नौ लाख तिरानवे हजार रुपये) की साइबर ठगी की गयी थी। जिसके क्रम में वादी मुकदमा द्वारा साइबर क्राइम थाना कमिश्नरेट प्रयागराज पर मु0अ0सं0- 02/2024 धारा 419/420 भा0द0वि0 व 66सी/66डी आई0टी0 एक्ट पंजीकृत कराया गया था।*पूछताछ का विवरण –*गिरफ्तार अभियुक्त से अपराध के बारे में पूछताछ करने पर बताया कि हम लोग चार से पाँच ग्रुपों में काम करते हैं, जिसमें से 01 ग्रुप फर्जी मोबाइल सिम को (पश्चिम बंगाल, उडीसा, असम, कर्नाटक,तमिलनाडू) आदि राज्यों से खरीद कर उपलब्ध कराता है। दूसरा ग्रुप उन सिम से लोगों को कॉल करता है तथा उन्हें अपनी स्कीम बताता है जिसके बाद लोगों को अपने जाल में फंसा कर उनके खाते का ओटीपी प्राप्त कर खाते का एक्सेस ले लेते हैं। उसके बाद तीसरा ग्रुप जिन बैंक खातों को पहले से कलेक्ट किया रहता है, उन बैंक खातों में पैसा भेजता हैं तथा पुलिस जल्दी पकड़ न पाये इसलिए पैसों को कई खातों में घुमाते हैं। उसके बाद उन खातों का एटीएम पिन हमारे चौथे ग्रुप के पास होता है जो हमें दिया जाता है। उन एटीएम कार्ड से हम पश्चिम बंगाल, झारखण्ड राज्यों के एटीएम में जाकर पैसे निकालते हैं तथा अपने बॉस को कन्फर्मेशन व्हाट्सअप पर भेजते हैं जिसके बाद लगातार हमको डाटा आता रहता है और हम पैसा निकालते रहते हैं। सभी ग्रुप के लोगों का काम के हिसाब से कमीशन फिक्स रहता है। हम एटीएम से कैश निकालकर अपने से ऊपर वाले ग्रुप को दे देते हैं। अभियुक्त ने पूछताछ के दौरान यह भी बताया कि फर्जी ट्रेजरी ऑफिसर के अलावा सोशल मीडिया (फेसबुक/इन्स्टाग्राम आदि) पर विज्ञापन के माध्यम से इन्सटैन्ट लोन देने के नाम पर भी साइबर ठगी का काम करते हैं।*गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण-*शंकर कुमार निराला उर्फ सोनू पुत्र शशिभूषण प्रसाद निवासी ग्राम मीरबीघा, पो0 चकवाय, थाना वारसलीगंज जनपद नवादा बिहार, उम्र 30 वर्ष ।*बरामदगी का विवरण-*1. 01 एन्ड्रॉयड मोबाइल फोन ।2. 11 विभिन्न बैंको के खातों की पासबुक ।3. 05 विभिन्न बैंको के खातों की चेकबुक ।4. 15 एटीएम कार्ड ।5. 07 फर्जी सिम कार्ड ।6. 01 वाईफाई राउटर ।*गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम-*1.निरीक्षक राजीव तिवारी, प्रभारी साइबर क्राइम थाना कमिश्नरेट प्रयागराज ।2.आरक्षी लोकेश पटेल, आ0 अतुल त्रिवेदी, आ0 रणवीर सिंह सेंगर, आ0 रुप सिंह,आ0 अनुराग यादव, साइबर क्राइम थाना कमिश्नरेट प्रयागराज ।