लखनऊ- प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के तत्वावधान में 20 जनवरी 2024 से 05 फरवरी 2024 तक 17 दिवसीय ‘भारत हस्तशिल्प महोत्सव-2024’ का आयोजन कांशीराम स्मृति उपवन, आशियाना लखनऊ में चल रहा है। 28 राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तराखण्ड, पंजाब, ओडिशा, मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, हिमांचल प्रदेश, हरियाणा, गोवा, छत्तीसगड, आंध्रप्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर, तमिलनाडु एवं 8 केन्द्र शासित प्रदेशों अण्डमान निकोबार, दादर नगर हवेली, दमन और दीव, लक्ष्यद्वीप, चंडीगड़, दिल्ली और पांडिचेरी की कला संस्कृति, पर्यटन, हस्त शिल्प, देशी उत्पाद, वस्त्र, फर्नीचर, मसाले, हैण्डलूम हैण्डी क्राफ्ट, आटोमोबाइल, भारतीय रिजर्व बैंक के स्टाल आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं।भारत हस्तशिल्प महोत्सव में निःशुल्क भारत टैलेण्ट हण्ट-2024 का आयोजन किया जा रहा है जिसके तहत बच्चों व युवाओं की गायन, नृत्य, वादन, किड्स मॉडलिंग, मेंहदी, रंगोली, कबाड़ से जुगाड़, सिलाई, चित्रकला, निबंध लेखन, मिस्टर मिस और मिसेज भारत प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा।भारत हस्तशिल्प महोत्सव- 2024 में भारत के 28 राज्यों और 8 केन्द्र शासित प्रदेशों के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली अनेक विभूतियों को भारत हस्तशिल्प महोत्सव रत्न सम्मान से सम्मानित किया जायेगा, जिसमें सभी वर्गों को शामिल किया जायेगा।आज की संस्कृतिक संध्या में नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें सैंटर मेरी इंटर कॉलेज से वरुण्या और यशिका ने नृत्य गायन प्रस्तुत किया। वहीं प्रिया द्वारा ‘आरंभ है प्रचंड है’ का नृत्य और माही द्वारा ‘मुलाकात एक बहाना है’ गायन प्रस्तुत किया। आदित्य नारायण सिंह ने ‘रामजी की निकली सवारी’ तथा ‘सुख के सब साथी’ की प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया। आज की संस्कृतिक संध्या में सभी कलाकारों द्वारा बहुत सुंदर और आकर्षक अंदाज में प्रस्तुतियां पेश की गईं।भारत हस्तशिल्प महोत्सव 2024 की सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह और एन. बी. सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया।