मूल पुरुष महर्षि भारद्वाज हम सबके गौरव-मण्डलायुक्त*
प्रयागराज।
यह धर्म और आध्यात्म का क्षेत्र है, यहां के मूल पुरुष महर्षि भारद्वाज हम सबके गौरव हैं । सभ्यता में पहली बार विमान के बारे में उन्होंने दुनिया को जानकारी दी, आयुर्वेद का पृथ्वी पर ज्ञान उन्हीं के द्वारा बांटा गया । आज हम सब उनकी जयंती मना कर गौरवान्वित महसूस करते हैं। आगे भी महर्षि भरद्वाज की जयंती व प्रयागराज को गौरवान्वित करने वाली परंपराएं और धूमधाम से मनाई जाएगी।
मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत ने आगे कहा कि लोग महर्षि भरद्वाज के बारे में जान सके इसके लिए भारद्वाज आश्रम का सुंदरीकरण किया जा रहा है । उत्तर प्रदेश सरकार प्रयागराज और यहां के तीर्थ व गुरुओं के गौरवों के महिमामंडन के लिए प्रयत्नशील है।
प्रयागराज विद्वत परिषद के द्वारा महर्षि भरद्वाज की जयंती तथा प्रयागराज दिवस परंपरागत तरीके से धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर स्वामी हरि चैतन्य ब्रह्मचारी ने कहा कि प्रयागराज के सबसे बड़े गुरु महर्षि भरद्वाज हैं, इनको नमन करने पर ही प्रयागराज का पुण्य प्राप्त होता है। फलाहारी बाबा ने कहा कि भरद्वाज जी के यहां सर्वप्रथम राम कथा गायी गई। भगवान राम को यहीं से मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
केंद्रीय गंगा नाथ झा संस्कृत विश्वविद्यालय के निदेशक ललित कुमार त्रिपाठी ने कहा कि महर्षि भरद्वाज ऋग्वेद के छठवें मंडल के रचयिता हैं, संस्कृत के अनेक ग्रन्थों में उनका साहित्य है।
मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद में कहा कि प्रयागराज के यह प्रथम पुरुष थे। भरद्वाज जयंती मना कर हम सब गौरवान्वित होते हैं। पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने कहा कि आगे भी भरद्वाज जयंती और धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया है। साथ ही सरकार मंदिरों में जन सुविधा व अन्य कार्य करा रही है।
महंत यमुना पुरी ने कहा कि प्रयागराज विद्वत परिषद प्रयागराज के गुरुओं के सम्मान के लिए कटिबद्ध है वह इस तरह अन्य कार्य के जरिए प्रयागराज की महिमा का कार्य करती रहेगी
कार्यक्रम के संयोजक प्रयागराज विद्वत परिषद के समन्वयक वीरेन्द्र पाठक ने जयंती विस्तार से प्रकाश डाला। संचालन डॉक्टर प्रभाकर त्रिपाठी ने किया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित की।
पुष्पांजलि के पश्चात जगत गुरु रामानुजाचार्य श्रीधराचार्य की अगुवाई में शोभायात्रा निकली गयी।यह टैगोर टाउन से होते हुए अल्लापुर मटियारा रोड के बाद संगम पहुंची। जगह-जगह शोभा यात्रा पर पर वर्ष की गई ।संगम पर संतो अधिकारियों और गणमान्य ने नागरिकों ने गंगा पूजन किया।पुष्पांजलि यात्रा में शामिल रहने वालों में संत रामगोपाल दास जी किन्नर अखाड़ा की पवित्रा नन्द गिरी,शांडिल्य महराज, प्रो के बी पाण्डेय ज्योतिषाचार्य बृजेंद्र मिश्रा जगत नारायण तिवारी अभिषेक मिश्रा आशुतोष शुक्ला सुधीर द्विवेदी डॉक्टर प्रमोद शुक्ला विक्रम मालवीय, शशिकांत मिश्र राहुल दुबे यात्रा सुधीर गुप्ता अध्यक्ष रामलीला कटरा,शैलेंद्र अवस्थी, , जगत नारायण तिवारी, के पी सिंह, पूर्व आई जी, ज्ञानेश्वर त्रिपाठी
संदीप शर्मा, डॉ रंजन बाजपेई, मुकुल मिश्रा, आनंद अग्रवाल, सोनिका अग्रवाल, आनंद घिडिल्याल, अनिल गुप्ता, सिविल डिफेंस, अरुण कुमार शुक्ला, कुलदीप शुक्ला टी के पाण्डेय आरव भरद्वाज प्रमोद बंसल, , डा भगवत पाण्डेय विकास केसरवानी, द्वारिका भारद्वाज, अशोक तिवारी, मनोज शुक्ला, अशोक पाठक, सोनू पाठक पार्षद मनोज दुबे बबलू दुबे, ,रविनाथ तिवारी विवेक कुमार शुक्ला, रत्नेश मिश्र,कुलदीप सिंह,रवि कुमार सिंह प्रमुख थे।
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र व
उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्थान का भी सहयोग रहा।
तीन दिवसीय भरद्वाज जयंती आज समाप्त हुई ओके जानकारी दिनेश तिवारी ने दी।