दमोह – ग्राम पंचायत झापन फॉरेस्ट जंगल बालों की मनमानी चरम सीमा पार कर रही है ग्राम झापन में कई वर्षों से वहां के लोग उस जगह पर निस्तार कर रहे हैं और उनके दादा परदादा ने उस जगह पर निस्तार किया वहां पर कुछ बच्चे क्रिकेट खेलते हैं कुछ कबड्डी ऐसा एक ही ग्राउंड है झापन मे । लोगों को अब जंगल वाले परेशान करने लगे हैं आसपास से निकलने नहीं देते हैं और कभी जंगल में पेड़ की लकड़ियां बीननी होती हैं तो कुछ महिलाएं या पुरुष सर पर गठरी बांध कर अपने घर ले आते हैं मगर वर्तमान में जंगल विभाग के लोग उनसे पैसे की मांग करते हैं और अभद्र व्यवहार करते हैं ऐसे में गरीब आदिवासियों का कोई सहारा बनने को तैयार नहीं है जंगल से कुछ लोग गमन कर गए हैं अब ग्राम पंचायत झापन के लोगों को इस प्रकार से प्रताड़ित करना जंगल विभाग के लोगों ने शुरू कर दिया है तो कोमल सींग गौड़
(आदिवासी) ने बताया आज हम हड़ताल पर बैठे हैं आज सुबह 8:00 बजे से हम लोगों ने हड़ताल प्रारंभ की है और यह हड़ताल तब तक बंद नहीं होगी जब तक शासन-प्रशासन हमारी मांगों को मूल रूप से हमें संतुष्ट नहीं कर देते हैं कैलाश सींग गौड ने बताया कि हम लोग सुबह खेत के लिए जा रहे थे तो कोमल दादा कुछ लोगों को लेकर यहां एक झुग्गी बना रहे थे तो हम वहां पहुंचे हमने कहा यह क्या कर रहे हो तो उन्होंने बताया हमारे अधिकारों का हनन हो रहा है हम लोगों को बहला-फुसलाकर अपना काम निकलवा लेते हैं और जब काम निकल जाता है तो मरी माछी जैसों फेंक देत है। शो हम सब हड़ताल पर बैठ रहे हैं
फिर क्या था लोग वहां 50 हो से 100 की संख्या में एकत्रित हो गए बूढ़े बच्चे महिलाएं बच्चे नवयुवक पुरुष वर्ग सभी लोगों ने इस हड़ताल का समर्थन करते हुए एक आवाज बुलंद की बड़े देव भगवान की जय और झंडा गाड़ दिया है जब तक हम लोगों की मांग पूरी नहीं होगी तब तक यहां से हम लोग नहीं हटेंगे हड़ताल से आमरण अनशन तक हम लोग यहां बैठेंगे हम लोग कोई भोगने की चीजें नहीं है हम लोग भी इंसान हैं हम लोगों को भी आम इंसानों की तरह रहने का पूरा अधिकार है मगर एक बार फिर से मैं कहना चाहूंगा की हम लोगों का उपयोग हो रहा है मगर अब हम हमारे ऊपर अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे आने वाली 9 तारीख को आदिवासी दिवस के उपलक्ष में खर्रा घाट इमलिया में एक कार्यक्रम रखा गया है उसमें हम लोग इस आवाज को और बढ़ाएंगे इसमें हम लोगों को हमारे ग्राम सरपंच जालम सींग लकलका सरपंच सुमत कुमार जैन इमलिया सरपंच अजय सिंह लोधी का हम लोगों को समर्थन मिलने पर हम सभी आदिवासी भाई बंधु उनका धन्यवाद करते हैं।