मा0 राज्यपाल महोदया ने प्रो0 राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह कार्यक्रम का शुभारम्भ जल संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मटके में जल भरकर किया– प्रयागराज मंडल से अभिषेक गुप्ता
दीक्षांत समारोह में कुल 161 छात्र-छात्राओं को पदक तथा कुल 1,42,482 छात्र-छात्राओं को दी गयी उपाधि
मा0 राज्यपाल ने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की
सभी विश्वविद्यालयों व काॅलजों को शोध कार्य को बढ़ाये जाने का किया आह्वाहन
सरवाइकल कैंसर से महिलाओं को बचाने के लिए 09 से 14 वर्ष तक के बच्चियों को वैक्सीन लगवाने का किया आह्वाहन
विश्वविद्यालयों में रोजगार परक ऐसे कोर्स शुरू करें, जिससे भविष्य में बच्चों को रोजगार मिलने में न हो कठिनाई
सेवा पखवाड़ा के अन्तर्गत विश्वविद्यालय/कालेज भी करें योगदान
मा0 राज्यपाल महोदया ने जिला कारागार नैनी पहुंचकर महिला बंदियों व उनके बच्चों के साथ किया संवाद
महिलाओं बंदियों के बच्चों को शिक्षा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों व खेल-कूद के द्वारा आगे बढ़ाने का करें प्रयास
मा0 राज्यपाल उत्तर प्रदेश श्रीमती आनंदीबेन पटेल सोमवार को प्रो0 राजेन्द्र सिंह ‘‘रज्जू भैया’’ विश्वविद्यालय में आयोजित छठे दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में सम्मिलित हुई। मा0 राज्यपाल महोदया ने दीक्षांत समारोह कार्यक्रम का शुभारम्भ जल संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मटके में जल भरकर किया। मा0 राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की स्मारिका का विमोचन भी किया। मा0 कुलाधिपति महोदया द्वारा सरायइनायत के प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को स्कूल बैग एवं अन्य उपहार सामाग्री का वितरण किया तथा आगनबाड़ी केन्द्रों से आयीं हुई प्रतिनिधियों को खेल का सामान व आंगनबाड़ी किट प्रदान किया। दीक्षांत समारोह में कुल 161 छात्र-छात्राओं को पदक तथा कुल 1,42,482 छात्रों को उपाधि दी गयी। राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में पदक प्राप्त करने वाले विश्वविद्यालय के 05 खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि का वितरण किया।
मा0 राज्यपाल महोदया ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि तीर्थनगरी प्रयागराज तथा संगम के पावन तट पर स्थित प्रो0 राजेन्द्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय, प्रयागराज के छठे दीक्षान्त समारोह में आप सभी के मध्य उपस्थित होकर मुझे अपार प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। सबसे पहले मैं प्रो0 राजेन्द्र सिंह (रज्जू भय्या) जिसके नाम से आपका यह विश्वविद्यालय स्थापित है, उनको श्रद्धांजलि अर्पित करती हूँ। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति एवं अंत्योदय प्रण, अंत्योदय पंथ और अंत्योदय एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की भी आज जन्म जयन्ती है। मैं उनका पुण्य स्मरण करते हुए अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित करती हूँ।
मा0 राज्यपाल महोदया ने कहा कि सभी पदक व उपाधि पाने वाले विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देती हूँ। मैं आपके माता-पिता, अध्यापकों और विश्वविद्यालय की टीम के सभी लोगों को भी बधाई देती हूँ। इस दीक्षांत समारोह में पदक प्राप्त करने वालों में छात्राओं का प्रतिशत अधिक है। उन्होंने विश्वविद्यालय में विद्यार्थिंयों की संख्या बढ़ने पर खुशी जताते हुए कहा कि विश्वविद्यालय अगले 10 वर्ष में रोजगार परक विषय क्या हो, कैसे पढ़ाया जाये, जो नवजवानों को रोजगार प्राप्त करने में सहायक हो, इसकी तैयारी हमें आज से ही करनी होगी। आज के भारत में विदेशों से कई कम्पनियां भारत में निवेश कर रही है तथा बड़े-बड़े उद्योग लगा रही है एवं उत्तर प्रदेश में कई डिफेंस काॅरिडोर बनने की तैयारी हो रही है, इसलिए हमारा दायित्व बनता है, हम ऐसे कोर्स शुरू करें, जिससे कि आने वाले समय में बच्चों को वहां पर रोजगार मिलने में कठिनाई न हो।
मा0 राज्यपाल ने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी के जन्मदिन 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है। सेवा पखवाड़ा के अन्तर्गत रक्तदान, अंगदान, आयुष्मान हेल्थ कार्ड सहित अन्य कार्य किए जा रहा है, इसमें विश्वविद्यालयों व कालेजों को भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। विश्वविद्यालय ने जिन विद्यालयों को गोद ले रखा है, वहां पर कोई भी पात्र परिवार हेल्थ कार्ड से वंचित न रहे, ऐसा प्रयास करें। उन्होंने कहा कि हम सभी को दूसरे की जिंदगी को बचाने के लिए आगे आना होगा, इसलिए अंगदान जो सबसे पुनीत कार्य है, उसके लिए हमें लोगो को जागरूक करना होगा, क्योंकि अंगदान से किसी को नई जिंदगी दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि मैं लोगो से निवेदन के साथ अंगदान करने का आह्वाहन करती हूं। लोग अपनी मानसिकता बदले और दूसरों को भी अंगदान करने के लिए प्रेरित करें। मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा विश्वकर्मा योजना की शुरूआत की गयी है, इससे गरीब कामगारों को भी काम कर आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।
हमारे देश की नारी शक्ति को एक नई ऊर्जा देने वाला ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ गत दिवस राज्यसभा और लोकसभा से पूर्ण बहुमत से पास हो गया है। इससे देश की महिलाओं को तैंतीस प्रतिशत आरक्षण का मार्ग प्रशस्त हुआ है। उन्होंने कहा कि आज कल देखने में आया है कि सरवाइकल कैंसर महिलाओं में बहुत ज्यादा होने लगा है, यह उत्तर प्रदेश में ज्यादा संख्या में है। यह देखकर मुझे बहुत निराशा होती है। महिलाएं इस बीमारी से बचने के लिए जागरूक हो, इसके लिए अथक प्रयास करने की जरूरत है। लोगो को बताया जाये कि 09 से 14 वर्ष तक के बच्चियों को इसकी वैक्सीन लगती है। उन्होंने सभी से आह्वाहन किया कि अपनी बेटियों व बहनों को यह वैक्सीन जरूर लगवायें।
मा0 राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान समय में वैश्वीकरण का दौर है। शिक्षा का क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं रहा है। भारत ने सूचना प्रौद्योगिकी, नाभिकीय विज्ञान, अंतरिक्ष विज्ञान, विज्ञान की अन्य विधाओं, तकनीकी क्षेत्र, अभियांत्रिकी और चिकित्सा क्षेत्र आदि में उल्लेखनीय प्रगति की है। परन्तु अभी भी कई ऐसे क्षेत्र हैं, जिनमें हमें दक्षता हासिल करना है। इस दृष्टि से उच्च शिक्षा की दिशा वास्तव में महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह जानकार बड़ी खुशी हुई कि विश्वविद्यालय ने शोध को बढ़ावा देने के लिए 10 करोड़ का बजट रखा है। हमें सबसे ज्यादा काम रिसर्च को बढ़ावा देने में करना होगा। यह देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसी सोच को आगे बढ़ाने के लिए मा0 प्रधानमंत्री जी के द्वारा उद्घाटन किए गए अटल आवासीय विद्यालय में कक्षा-6 से ही एक विषय शोध का रखा गया है। उन्होंने अंत में एक बार फिर डिग्री और पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए सुनहरे भविष्य के लिये शुभकामनाएं दी तथा विश्वविद्यालय की प्रगति की भी कामना करती हूँ।
इस अवसर पर अध्यक्ष, शासी निकाय, राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार प्रो0 प्रदीप कुमार जोशी ने सभी छात्र-छात्राओं को मेडल व उपाधि प्राप्त करने पर बधाई देते हुए कहा कि पवित्र त्रिवेणी संगम पर अवस्थित इस पावन विद्यामंदिर के प्रांगण में आना मेरे लिए गौरव की बात है साथ ही मैं विश्वविद्यालय के अन्य विद्यार्थिंयों को भी इस बात के लिए आमंत्रित करना चाहता हूं कि वह भी विश्वविद्यालय में उच्च शैक्षणिक प्रतिस्पर्धा तथा छात्र जीवन की समरसता का ध्यान रखते हुए विभिन्न कार्यक्रमों में भी स्वस्थ प्रतिस्पर्धी माहौल बनाए रखने का प्रयास करें। वर्ष-2016 में स्थापित इस विश्वविद्यालय में इतने कम वर्षों में इतने कम वर्षों में ही कम्प्यूटर विज्ञान संकाय कृषि संकाय एवं विधि संकाय जैसे नूतन एवं रोजगारपरक संकायों को प्रारम्भ करते हुए विधिवत पठन-पाठन शुरू कर दिया गया है तथा आगामी सत्र से शिक्षा संकाय, जीव विज्ञान संकाय, शारीरिक शिक्षा संकाय, अभियांत्रिक को प्रारम्भ करने की योजना अपने अंतिम चरण में पहंुच चुकी है। उन्होंने कहा कि अपने अंतरात्मा की आवाज को पहचानें,गम्भीर चिंतन करें और स्व के साथ राष्ट्र व समाजहित के सर्व स्वीकृत नियमों व मूल्यों को अपनाने का साहस रखें, जिंदगी के किसी भी मोड़ पर अवरोध दिखे तो आप अपने गुरूओं को स्मरण करते हुए उनकी शिक्षा को अमल करें, निश्चय ही वे आपका मार्ग प्रशस्त करने में सफल होंगे।
इस अवसर पर मा0 राज्यमंत्री, उच्च शिक्षा विभाग, उ0प्र0 श्रीमती रजनी तिवारी ने कहा कि प्रो0 राजेन्द्र सिंह रज्जू भैया विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह में सम्मिलित होना मेरे लिए गर्व का विषय है। उन्होंने सभी पदक व डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं व उनके माता-पिता को शुभकामनाएं दी। मुझे विश्वास है कि जिन विद्यार्थिंयों को आज उपाधि प्राप्त हुई है, वे सार्थक रूप से राष्ट्र निर्माण में योगदान देंगे। मा0 राज्यमंत्री ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है। हाल ही में हुई जी-20 शिखर सम्मेलन उपलब्धियों से परिपूर्ण रहा है। भारत के कुशल नेतृत्व में इस सम्मेलन ने बुलंदियों का नया आसमान छुआ। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने भी रोजगारोन्मुखी शिक्षा पर विशेष ध्यान देने का संकल्प लिया हुआ है। नई शिक्षा नीति-2020 रोजगार परक है, जिसमें कौशल विकास से लेकर प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी ज्ञान को शामिल किया गया है। मा0 राज्यमंत्री ने कहा कि आप सब अपने जीवन में दृढ़ताएं, कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता से अपने लक्ष्यों और उद्ेश्यों को प्राप्त कर एक उज्जवल भविष्य का निर्माण करें, यही हम सबकी आपको शुभकामनाएं हैं।
इस अवसर पर प्रो0 राजेन्द्र सिंह रज्जू भैया विश्वविद्यालय के कुलपति ने सभी पदक व उपाधि प्राप्त छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि आज हम सभी के लिए यह सौभाग्य का विषय है कि हमारे बीच सामाजिक, राजनैतिक शैक्षणिक एवं प्रशासनिक क्षेत्रों में अपनी विलक्षण प्रतिभा एवं विभिष्ट अनुभव के लिए ख्यात महामहिम राज्यपाल एवं कुलाधिपति जी का प्रेरक मार्गदर्शन मिलेगा। उन्होंने कहा कि मा0 राज्यपाल महोदया की अपेक्षा के अनुरूप यह विश्वविद्यालय शैक्षिक मूल्यों के संवर्धन, शोध उत्कृष्टता, सूचना प्रौद्योगिकी के प्रयोग तथा समाज एवं पर्यावरण के प्रति सजग और संवेदनशील होकर कार्य कर रहा है। पूज्य प्रो0 राजेन्द्र सिंह रज्जू भैया के आर्शीवाद से फलित यह विश्वविद्यालय एक आदर्श विश्वविद्यालय बनने की ओर अग्रसर है। इस अवसर पर मा0 विधायक शहर उत्तरी श्री हर्षवर्धन वाजपेयी, मा0 विधायक करछना श्री पीयूष रंजन निषाद, मण्डलायुक्त श्री विजय विश्वास पंत, जिलाधिकारी श्री नवनीत सिंह चहल, मुख्य विकास अधिकारी श्री गौरव कुमार सहित अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
इसके उपरांत मा0 राज्यपाल महोदया ने जिला कारागार नैनी पहुंचकर वहां पर महिला बंदियों से संवाद किया तथा महिला बंदियों के बच्चों से बात भी की। इस अवसर पर मा0 राज्यपाल ने महिला बंदियों से कहा कि बच्चों की पढ़ाई-लिखाई अवश्य करायें। बच्चा जब छः साल से ऊपर हो जाये, तो उसे अपने साथ न रखकर पढ़ाने का प्रयास करें। जहां पर भी आपका परिवार हो, बच्चों को वहां पर भेजे दें, जिससे बच्चे आगे की पढ़ाई कर सके। उन्होंने कहा कि आप लोग इस बात का भी ध्यान रखें कि जहां पर भी आपके बच्चे पढ़े, उस विद्यालय के शिक्षक व अभिभावक का नम्बर आपके पास जरूर होना चाहिए, जिससे आप अपने बच्चों के स्कूल टीचरों से बात कर उनके पढ़ाई के बारे में जानकारी ले सके। उन्होंने महिला बंदियों से कहा कि जब आपकी सजा पूरी हो जाये, तो अपने बेटे-बेटियों को अच्छा संस्कार दें, जिससे समाज में वह अच्छे से अपना जीवन आगे बढ़ाये। उन्होंने महिला बंदियों से कहा कि आप जब यहां से छूटे, तो आप अपने अंदर कोई बदले की भावना न रखें, यह संकल्प लेकर ही यहां से बाहर जायें। ज्यादातर महिला बंदी दहेज उत्पीड़न से सम्बंधित प्रकरणों में निरूद्ध है। उन्होंने कहा कि हमें यह प्रण लेना चाहिए कि दहेज जैसी कुप्रथा को छोड़कर आगे बढ़े, न दहेज देंगेे और न ही दहेज लेंगे। यहीं बात अपने बच्चों को भी समझायें। उन्होंने जेल प्रशासन के अधिकारियों से कहा कि जिन महिलाओं के बच्चे यहां पर है, उनकों खेल-कूद, शिक्षा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के द्वारा बढ़ावा देने का प्रयास करें।