पंकज कुमार लकी
पाटन उन्नाव।अस्थाई गौवंश आश्रय स्थल पुरंदरपुर में मवेशी बद से बत्तर जीवन जीने को मजबूर है,गौशाला की व्यवस्था ऐसी देख कर लोगो की रूह तक काप जाए,कही किसी मवेशी का कंकाल तो कही कुत्तों से नोचा गया शव पड़ा हुआ है, लेकिन गौवंश रक्षक एवं गौशाला सरंक्षको को कोई फर्क नही पड़ रहा है खुले आम वर्तमान सरकार की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
तहसील बीघापुर मुख्यालय पाटन क्षेत्र के अंर्तगत ग्राम सभा पुरंदरपुर में बने अस्थाई गौंवंश आश्रय स्थल गौशाला के हालात बद से बत्तर देखने को मिले है।
जबकि सरकार द्वारा गौशालाओं में मवेशियों को रखने हेतु व गौशालाओं के नाम पर करोड़ो रूपए खर्च किये जा रहे है। किंतु
जिम्मेदार लोगों की लापरवाही के कारण गौशालाओ के अंदर गौवंशो के कुत्तों से नोचे शव और कंकाल मिल रहे हैं । गौशालयों की व्यवस्था इतनी खराब होने के कारण मवेशियों की दुर्दशा हो रही है| ग्राम सभा पुरन्दरपुर अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल गौशाला के अंदर जो भी जानवर बंद हैं उनको समुचित व्यवस्था चारा भूसा, पानी की न होने के कारण उनकी स्थिति बहुत खराब हो गई है । वही गौशाला के गेट पर बहुत बड़े-बड़े अक्षरों में खंबे में ग्राम प्रधान रेखा कुशवाहा व सचिव मनोज कुमार लिखा हुआ है। यदि जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी थोड़ा गौशालाओं पर ध्यान दे दें तो गौवंशों की जिस प्रकार से तड़प तड़प कर मृत्यु हो रही है उसे बचाया जा सके| किंतु जिम्मेदारों की लापरवाही से गौशाला में बंद जानवरों की स्थिति बद से बत्तर हो गई है । योगी सरकार के आदेशों की खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।