बाबू ने दी आखेट की परमिशन सहकारिता विभाग डी आर ने किया निरस्त
मत्स्य उद्योग समिति सर्कनपुर में चुनाव को निरस्त करने की मांग समिति द्वारा की गई थी जिसको निरस्त कर दिया गया था और मामला विचाराधीन था इस दौरान सहकारिता विभाग से बाबू मधुर शर्मा को वहां का प्रशासक बनाया गया था लेकिन बाबू मधुर शर्मा द्वारा दूसरे पक्ष को तालाब में आखेट करने की स्वीकृति प्रदान कर दी गई थी जैसे मामले को लेकर सहकारिता से बात हुई तो उनके द्वारा बताया गया कि उन्हें परमिशन देने की अधिकार नहीं है और उन्होंने गलत परमिशन दी है जिसको उनके द्वारा निरस्त कर दिया गया है साथ ही विभागीय जांच की भी बात सामने आई है इस दौरान समिति के लोगों को काफी परेशान होना पड़ा और उनके द्वारा इसकी शिकायत करने के बाद यह कार्रवाई अंजाम में लाई गई है लेकिन बाबू के द्वारा मनमाने तरीके से काम करने को लेकर विभागीय जांच की बात तो कहीं जा रही है लेकिन समिति के लोग आगे नहीं आते तो उन्हें काफी नुकसान का सामना करना पड़ सकता था फिलहाल आखेट की परमिशन को निरस्त कर दिया गया है और जांच की जा रही है साथ ही मछुआ समिति के लोगों ने आरोप लगाया है कि माधुरी शर्मा ने में 209 सदस्यों में से 54 सदस्यों के नाम काट दिए गए थे इसको लेकर चुनाव में रोक लगाने की मांग की गई थी और रोक लगाई गई है जब तक बाकी लोगों के नाम नहीं जोड़े जाते जब तक चुनाव को रोक लगाने की मांग की गई थी कुल मिलाकर मधुर शर्मा द्वारा मनमानी तरीके से काम किया जा रहा था विभागीय जांच के बाद क्या फैसला आता है यह तो बाद में पता लगेगा