एसके सोनी मानवाधिकार मीडिया
रायबरेली। मकर संक्रांति के त्योहार पर रायबरेली जनपद के प्रमुख गंगा घाटों पर हजारों भक्तों ने आस्था की डुबकी लगाई। ऊंचाहार के दक्षिण वाहिनी मां गंगा, महिर्ष गोकर्ण एवं राजा भगीरथ की तपोस्थली गोकना घाट सहित डलमऊ, गेगासों घाटों पर कड़कडाती ठंड के बीच मकर संक्रांति के त्योहार के अवसर पर आज सुबह प्रातः कालीन सैकड़ो श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर आस्था की डुबकी लगाई। मां गंगा नदी मे स्नान बाद भक्तों ने पूजा अर्चन करते हुए दान पुण्य भी किया। ऊंचाहार डलमऊ गेगासों घाटों पर पुलिस ने चौक चौबंद व्यवस्था की थी, इस बीच ऊंचाहार मे गोकर्ण जन कल्याण सेवा समिति के तत्वाधान में भगवान सूर्य के उत्तरायण के पश्चात तथा भीष्म पितामह की याद कर उनको श्रद्धा सुमन अर्पण कर आरती पूजन दीपदान किया गया।उससे पूर्व समिति द्वारा मंदिरों में स्वच्छता अभियान भी चलाया गया। विचार व्यक्त करते हुए संस्था के सचिव व मुख्य पुजारी पंडित जितेंद्र द्विवेदी ने बताया कि मकर संक्रांति के दिन देव भी धरती पर अवतरित होते हैं आत्मा को मोक्ष प्राप्त होता है अंधकार का नाश व प्रकाश का आगमन होता है इसी दिन भगवान सूर्य अपने पुत्र शनि से मिलते हैं शनि का स्वामी राशि मकर होने से भगवान सूर्यदेव दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं इसी समय का इंतजार, बाड़ों की सैया पर लेटे भीष्म पितामह जी कर रहे थे, इसलिए आज मकर संक्रांति का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है आज के दिन गंगा स्नान करने या गंगाजल का पान करने से पापों का नाश तथा विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
आदर्श कुमार सिंह प्रभारी निरीक्षक थाना ऊंचाहार दलबल के साथ में डटे रहे। उक्त अवसर पर अमर सिंह लेखपाल डॉ राजकुमार मिश्रा पूर्व एडीओ पंचायत सतनाम सिंह, अमरेंद्र बहादुर सिंह चाचू, समाजसेवी, सत्यम बाजपेई, समाजसेवी, नीरज सिंह बघेल, अर्पित कुमार, राम प्रकाश दीक्षित, भूसू माली, सोमेश कुमार,सहित अनेकों लोग मौजूद रहे।