मां कल्याणी देवी राम कथा
मां कल्याणी ने माता काल रात्रि का भव्य और दिव्य स्वरूप में भक्तों को दिया दर्शन — प्रयागराज मंडल से अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट
श्री नव संवत्सर मानव समिति कल्याणी देवी प्रयागराज के द्वारा मां कल्याणी देवी के धाम में आयोजित दिव्य श्री राम कथा के सप्तम दिवस पर प्रखर राष्ट्र चिंतक मानस मर्मज्ञ पूज्य व्यास डॉ अनिरुद्ध जी भगवान राम से मिलने चित्रकूट जा रहे भाई भारत की व्याकुलता और रास्ते में जा रही ग्रामीण युवतियों की आपस में की जाने वाली चर्चा का बड़ा ही रोचक वर्णन किया । और आगे कहा कि भरत जी के मन में आग्रह है कि “”अपना दास बना लो राम अपने पास बैठा लो राम””और रास्ते में चल रही ग्रामीण युवतियां इस शब्द को सुनकर विभ्रमित हो जाती है और कहती हैं जो कुछ दिन पहले भाई और पत्नी के साथ गए थे वहीं युवक आज अकेले जा रहे हैं और उनमें से एक जानकारी स्त्री कहती है यह तो उन्हीं के छोटे भाई हैं उन्हें मनाने जा रहे हैं और आगे व्यास जी बताते हैं कि भरत जी का आग्रह है कि मिल जाओ राम तरस गई अखियां भरत की चित्रकूट मंदाकिनी गंगा के किनारे निषाद राज के साथ चल रहे हैं और कहते हैं कि कोई व्यक्ति साधु नहीं होता बल्कि उसका स्वभाव साधु होता है साधना के दो स्वरूप है दो तरीके हैं एक अंतर्मुखी दूसरा बहिर्मुखी दूसरी तरफ राम धर्म संकट में पड़ गए हैं की परम प्रिय संपूर्ण अयोध्या वासी अगर वापस चलने के लिए कहेंगे तब मुझे अपना निर्णय बदलना पड़ सकता है और लक्ष्मण जी को लगता है कि भारत युद्ध करने आ रहे हैं तब से लक्ष्मण जी भरत से युद्ध करने के लिए धनुष बाण लेकर तैयार हैं और लक्ष्मण जी राम जी से कहते हैं अयोध्या की सत्ता प्राप्त कर भरत जी को राजमद हो गया हैं तब राम जी कहते हैं विधि हरिहर पद पाई यानी की पद पाकर के भी भरत को अहंकार नहीं हो सकता उधर भरत जी ने देखा प्रभु राम वल्कल वस्त्र में माता सीता जी के साथ विराजमान है और भरत जी समीप आने पर भरत जी पाहि पाहि कहे राम गोसाई मूरत परेड लकुटि कि नाहीं और भगवान राम ने भारत को उठाकर सीने से लगाया और सारा वातावरण शांत हो गया
मां कल्याणी देवी मंदिर के अध्यक्ष सुशील कुमार पाठक एवं महामंत्री श्याम जी पाठक ने बताया कि आज नवरात्रि के सप्तम दिवस पर माता कालरात्रि के स्वरूप में मां कल्याणी जी का दिव्य श्रृंगार किया गया और आगे बताया कि प्रातः 5:00 बजे से रात्रि 1:00 तक मां कल्याणी देवी मंदिर में शत महायज्ञ मां कल्याणी जी का पूजन अर्चन एवं नित्य नूतन श्रृंगार दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु प्रतिदिन आ रहे हैं
कथा का संचालन प्रवक्ता ओंकार नाथ त्रिपाठी ने किया इस अवसर पर पवन केसरवानी, अशोक खत्री, कुमुद सेठ आनंद जी टंडन पप्पन भैया, राजेश केसरवानी श्याम बाबू केसरवानी, अभिलाष क्रांति ने प्रसाद वितरण किया इस अवसर पर राजेश केसरवानी,डीआरएम वाणिज्य पंडित हिमांशु शुक्ला वरिष्ठ पत्रकार श्रीकांत शास्त्री, शिव कुमार वैश्य सतीश चंद्र केसरवानी,विजय वैश्य,कुंवर जी टंडन,कृष्ण कुमार पाठक, प्रकाश डालमिया,अनिल पाठक, गरीबदास केसरवानी, रजत चड्ढा, रतन अग्रवाल कथा की आरती की