एमएमसीएच परिसर में सक्रीय बिचौलियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिये
लेस्लीगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को ग्रीन हॉस्पिटल के रूप में डेवलप करने के निर्देश
पलामू (झारखंड)। उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी शशि रंजन ने शनिवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की।इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रायः ऐसी शिकायतें मिल रही है कि एमएमसीएच या अन्य सरकारी हॉस्पिटल में इलाज कराने आनेवाले मरीज़ों को एमएमसीएच के आसपास सक्रीय बिचौलियों द्वारानिजी हॉस्पिटल में इलाज हेतु जाने के लिये प्रेरित कर रहें हैं इस कार्य को किसी किमत पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
इसके अलावे अगर इस कार्य में कोई सरकारी डॉक्टर की भूमिका पायी गयी तो उनके विरुद्ध भी सीधी कार्रवाई की जायेगी।उन्होंने डीडीसी को एमएमसीएच में कार्यरत चिकित्सकों का रोस्टर बनाने,कौन होम गार्ड की तैनाती कहाँ है इसका आकलन करने के निर्देश दिये।
उन्होंने पीएम-एबीएचआईएम एवं 15वें वित्त आयोग से कराये जा रहे निर्माण की भी समीक्षा की।इस दौरान उन्होंने कहा कि तय समय सिमा के अनुसार जो संवेदक कार्य पूर्ण नहीं किया है उसे ब्लैक लिस्टेड की कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने नगर आयुक्त को सभी पुराने भवनों को डीमोलिश करने की बात कही।
लेस्लीगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को ग्रीन हॉस्पिटल के रूप में डेवलप करने के निर्देश
बैठक में उन्होंने विभिन्न बिंदुओं को लेकर सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की समीक्षा की।इस दौरान उन्होंने लेस्लीगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को ग्रीन हॉस्पिटल के रूप में विकसित करने की दिशा में कार्य करने की बात कही।उन्होंने कहा कि पूरे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सोलर आधारित एनर्जी पर क्रियान्वित किया जासके इसके लिये योजना बनाएं।
आयुष्मान का कवरेज बढ़ाने के निर्देश
उन्होंने सिविल सर्जन व आयुष्मान भारत के डिस्ट्रिक्ट को-ऑर्डिनेटर को जिले में आयुषमान भारत का कवरेज बढ़ाने की दिशा में योजना बनाते हुए कार्य करने की बात कही।इसी तरह उन्होंने डॉक्टर मैनेजमेंट सेल, एचआर सेल, प्रशिक्षण सेल, स्टोर सेल, मशीनरी सेल, वैक्सीनेशन सेल, पीएसए प्लांट सेल आदि की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया।मौके पर उप विकास आयुक्त, नगर आयुक्त, सिविल सर्जन समेत सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी समेत अन्य उपस्थित रहे।