◆ मुख्यमंत्री ने गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के “गो लाइव ऑफ स्टूडेंट एप्लीकेशन मॉड्यूल” का किया शुभारंभ, उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए चयनित विद्यार्थी शिक्षा लोन के लिए कर सकेंगे ऑनलाइन आवेदन
◆ मुख्यमंत्री ने कहा- उच्च एवं तकनीकी शिक्षा में राज्य के विद्यार्थियों को पैसे की तंगी नहीं बनेगी बाधा, सरकार कर रही आर्थिक सहायता
◆ मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा – गरीब और मेधावी विद्यार्थियों को पूरी सुलभता के साथ सरकार की योजनाओं का दें लाभ
● राज्य के युवाओं को अपने ही प्रदेश में उत्कृष्ट शिक्षा देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
● राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों को बेहतर और उत्कृष्ट बनाने के लिए उठाए जा रहे हैं कई कदम
● राज्य के छोटे शहरों, कस्बों और प्रखंडों में खुल रहे नए डिग्री कॉलेज
रांची (झारखंड)। राज्य का कोई भी विद्यार्थी आर्थिक तंगी की वजह से उच्च और तकनीकी शिक्षा से वंचित ना रहे, यह सरकार का संकल्प है। इस दिशा में राज्य सरकार की ओर से कई योजनाएं शुरू की गई हैं। इन योजनाओं का लाभ यहां की गरीब और मेधावी विद्यार्थियों को सुलभता के साथ सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री श्री चम्पाई सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग विभाग की उच्च स्तरीय बैठक में ये बातें कही। इस अवसर पर उन्होंने गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के “गो लाइव ऑफ स्टूडेंट एप्लीकेशन मॉड्यूल” का शुभारंभ किया।
इसके तहत जिन विद्यार्थियों का चयन उच्च शिक्षण संस्थान के लिए हो चुका है, वे ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इसके बाद उन्हें सरकार द्वारा इस योजना के लिए जिन बैंकों के साथ इकरारनामा किया गया है, उनके द्वारा 15 लाख रुपए तक का शिक्षा लोन उपलब्ध कराया जाएगा।
शिक्षा से संबंधित फ्लैगशिप योजनाओं का विद्यार्थियों को मिले पूरा लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों के लिए सरकार ने गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना और मांकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना जैसी अनेकों योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं का लाभ गरीब और जरूरतमंद विद्यार्थियों को मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि यहां के बच्चों को प्रतियोगिता परीक्षाओं की कोचिंग के साथ मेडिकल इंजीनियरिंग, फैशन डिजाइनिंग, जर्नलिज्म और लॉ जैसे कोर्सेज करने में पैसे की तंगी बाधा नहीं बने।
विद्यार्थियों को अपने ही राज्य में उत्कृष्ट उच्च शिक्षा मिले
मुख्यमंत्री ने राज्य में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा को बेहतर और उत्कृष्ट बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यहां से बड़े पैमाने पर विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए दूसरे प्रदेशों का रुख करते हैं। ऐसे में हमें यह प्रयास करना होगा कि यहां के उच्च शिक्षण संस्थानों में क्वालिटी एजुकेशन के साथ कैंपस प्लेसमेंट की भी मजबूत व्यवस्था हो, ताकि यहां के विद्यार्थी अपने ही राज्य में अच्छी शिक्षा प्राप्त कर अच्छा जॉब भी हासिल कर सकें।
उच्च शिक्षण संस्थानों के भवन निर्माण कार्य में तेजी लाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कई नए डिग्री कॉलेज के साथ विभिन्न शिक्षण संस्थानों में कई भवन निर्माण कार्य हो रहा है । इन भवनों के निर्माण कार्य में तेजी लाएं और तय समय सीमा के अंदर पूरी करें, ताकि इसका लाभ यहां के शिक्षकों और विद्यार्थियों को मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से कस्बों, छोटे शहरों और प्रखंडों में कई नए कॉलेज खोले जा रहे हैं, ताकि यहां के विद्यार्थियों को अपने घर के आसपास ही बेहतर और उच्च शिक्षा मिल सके।
ट्राइबल यूनिवर्सिटी को जल्द बनाएं क्रियाशील
मुख्यमंत्री ने जमशेदपुर में खोले जाने वाले ट्राइबल यूनिवर्सिटी को जल्द क्रियाशील बनाने का निर्देश अधिकारियों को किया। उन्होंने कहा कि यह यूनिवर्सिटी इस राज्य के लिए काफी काफी मायने रखेगा। इससे यहां के जनजातीय भाषाओं को बढ़ावा मिलेगा। ऐसे में इस विश्वविद्यालय को शुरू करने को लेकर नियुक्ति समेत अन्य सभी प्रक्रियाओं को यथाशीघ्र पूरा करें।
उच्च शिक्षा से जुड़ी योजनाओं के बेहतर नतीजे सामने आने चाहिए
मुख्यमंत्री ने बैठक में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा से जुड़ी योजनाओं की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि जो भी योजनाएं संचालित हों, उसके बेहतर नतीजे प्राप्त होने चाहिए।
इस बैठक में मुख्य सचिव श्री एल खियांग्ते, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार, उच्च शिक्षा एवं तकनीकी विभाग के प्रधान सचिव श्री राहुल कुमार पुरवार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अरवा राजकमल, निदेशक उच्च शिक्षा श्री रामनिवास यादव, निदेशक तकनीकी शिक्षा श्री सुनील कुमार, झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम के कार्यपालक निदेशक श्री संजय कुजूर एवं महाप्रबंधक श्री अविनाश कुमार दीपक , एचडीएफसी बैंक झारखंड जोनल हेड श्री अभिषेक कुमार, क्लस्टर हेड रांची श्री धर्मेंद्र कुमार, गवर्नमेंट बैंकिंग हेड श्री नवनीत गांधी तथा अन्य अधिकारी मौजूद थे।