रामगढ़ (झारखंड)। बुधवार को निदेशक समेति-सह-राज्य मिशन निदेशक, खाद्य एवं पोषण सुरक्षा (KY), झारखंड, रांची के द्वारा रामगढ जिला का भ्रमण किया गया। निदेशक ने आत्मा द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की तथा सभी प्रखंड तकनीकी प्रबंधकों एवं सहायक तकनीकी प्रबंधकों को सरकार द्वारा चलाये जा रहे सभी कृषि संबंधित योजनाओं की जानकारी किसानों को उपलब्ध कराने साथ ही इन योजनाओ से किसानो को जोड़ने का निदेश दिया। उन्होंने प्रत्येक ग्राम में प्रगतिशील किसानो को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित करने का निदेश दिया, जिससे वे ग्राम के अन्य किसानो को प्रशिक्षित करेंगे। जिससे ग्रामों में कृषि का विकास परिलक्षित होगा।
बैठक के पश्चात निदेशक के द्वारा पतरातू प्रखंड के ग्राम- किन्नी, पंचायत- लबगा में आत्मा द्वारा 11 हेक्टेयर में लगाए गये उरद प्रत्यक्षण प्रक्षेत्र का भ्रमण किया गया। मौके पर उन्होंने किसानो को बताया कि दलहनी फसलों की जड़ों में मौजूद गाँठें वातावरण से नाइट्रोजन स्थिरीकरण की प्रक्रिया कर भूमि में नाइट्रोजन उपलब्ध कराते हैं जिससे दलहनी फसलों के साथ अगली फसल को भी नाइट्रोजन उपलब्ध हो जाता है तथा दलहनी फसलों से किसानो को आहार में प्रोटिन भी प्राप्त हो जाता है।
उन्होंने किसानो को एकल फसल की जगह अपने खेत से दो तीन फसल लेने की सलाह दी जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी।
इस मौके पर उप निदेशक, कृषि प्रसार, समेति, झारखण्ड, परियोजना निदेशक, आत्मा, रामगढ, उप परियोजना निदेशक आत्मा, रामगढ तथा जिले के सभी बीटीएम , एटीएम एवं अन्य कर्मी उपस्थित थे।