सिद्धान्त चतुर्वेदी एक्शन अवतार में बड़े पर्दे पर वापसी कर रहे हैं। सिद्धान्त चतुर्वेदी को इससे पहले इस तरह के रोल में नहीं देखा गया। इसके अलावा फिल्म के दूसरे सरप्राइज की बात की जाए तो किल के बाद एक बार फिर राघव जुग्याल एक हत्यारे खलनायक की भूमिका में नज़र आ रहे हैं। सिद्धान्त चतुर्वेदी की जोशीली फिल्म युधरा बड़े पर्दे पर रिलीज हो चुकी हैं। फिल्म को रवि उदयवार ने निर्देशित किया है। आपको बता दें कि रवि उदयवार ने ही दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी की आखिरी फिल्म मॉम का निर्देशन किया था। आपको बता दें कि रवि उदयवार एक बेहतरीन निर्देशक हैं। इस बार सिद्धान्त चतुर्वेदी और राघव जुग्याल की जुगलबंदी को निर्देशक ने कैसे पर्दे पर उतारा है यह देखना होगा। पिता के करीबी दोस्त और सहयोगी रहमान (राम कपूर) द्वारा प्रशिक्षित किया जाता है ताकि वह इन हत्याओं का बदला ले सके। फिल्म में गजराज राव, एक पूर्व पुलिस अधिकारी जो अब एक राजनेता है की भूमिका निभा रहे हैं।
कहानी
फिल्म युधरा में फिल्म के नायक युधरा का किरदार सिद्धान्त चतुर्वेदी ने किया है। फिल्म की शुरूआत में दिखाया गया है कि युधरा के माता पिता की हत्या हो जाती हैं। हत्या का कारण होता है कि यधुरा के पिता एक इमानदार पुलिसकर्मी होते हैं और वह एक गैंगस्टर और ड्रग लॉर्ड के स्वामित्व वाले ड्रग डीलर को पकड़ते है। इसी से काहानी की शुरूआत वाली दुश्मनी का बेस बनता है। परिवार की हत्या के बाद युधरा को उसके पिता के दोस्त उसे गोद ले लेते हैं। पिता के करीबी दोस्त और सहयोगी रहमान (राम कपूर) द्वारा प्रशिक्षित किया जाता है ताकि वह इन हत्याओं का बदला ले सके। फिल्म में गजराज राव, एक पूर्व पुलिस अधिकारी जो अब एक राजनेता है की भूमिका निभा रहे हैं। युधरा का स्वभाव आक्रामक और हिंसक है, जो उसके क्रोध प्रबंधन की चुनौतियों में योगदान देता है। निखत (मालविका मोहनन), जो उसकी बचपन की दोस्त है और उसे पंसद करती है। युधरा को नारकोटिक्स नेटवर्क को खत्म करने में पुलिस की सहायता करने की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाती है। बस इसी के आस पास ड्रग्स के गंदे खेल की कहानी को फिल्म में दिखाया गया है। इस खेल में ही राघव जुग्याल भी शामिल हैं।
अभिनय
फिल्म में लीड रोल सिद्धांत चतुर्वेदी का है और वह फिल्म में छाए हुए। अपनी पहली एंट्री से ही वह दर्शकों के दिलों पर राज कर रहे हैं। इस बार गली बॉय अभिनेता युधरा की भूमिका में एक दम से जज्बातों को पलट देते हैं। राघव जुग्याल ने भी फिल्म में अच्छा काम किया है। किल से राघव जुग्याल की इमेज बिलकुल अलग हो गयी है। फिल्म में मालविका मोहनन, गजराज राव और राघव जुयाल सहित कई बेहतरीन सहायक कलाकार हैं। चतुर्वेदी स्क्रीन पर छाए हुए हैं, जो धैर्य और दृढ़ संकल्प के स्तर को दर्शाता है जो ताज़ा और प्रतिष्ठित दोनों लगता है।
क्या देखनी चाहिए फिल्म
कुल मिलाकर, युधरा उन लोगों के लिए है जिन्हें एक्शन फिल्में पसंद हैं। किल इस बात का प्रमाण है कि भारतीय दर्शकों में एक्शन फिल्मों के लिए भूख है और ऐसा लगता है कि निर्देशक रवि उदयवार, निर्माता फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी एक बार फिर इस क्षेत्र में अपना जलवा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकतम स्क्रीन स्पेस के साथ सिद्धांत पूरी तरह से फिल्म पर छाए हुए हैं और उनके अनोखे डांस मूव्स और ऑन-पॉइंट एक्शन सीन दर्शकों को पसंद आ सकते हैं। कुल मिलाकर, फिल्म की कहानी में कुछ खामियां हैं लेकिन रवि ने इसे कवर कर लिया है और फिल्म पूरी तरह से चमकती है। 3.5 स्टार की हकदार युधरा आज सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है।