-मोबाइल पर बात कर रही थी नर्स,त्योहार पर अब कपड़े नहीं बदलेंगे कहकर रेफर करने का आरोप
एसके सोनी
रायबरेली। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बने सीएचसी केंद्रों पर आए दिन तीमारदारों का डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया जाता है, जिसके लिए अब जिला प्रशासन की ओर से जिला अस्पताल में रिटायर्ड फौजी की तैनाती की गई है। आखिर ऐसे ही क्यों तीमारदार उग्र होकर हल्ला बोल करते है, कही न कही आज कल के डॉक्टरों की भी लापरवाही उजागर होती है, यह हम नहीं कह रहे बल्कि खीरों क्षेत्र में तैनात होमगार्ड व उसके परिवारी जन कह रहे है।
मिली जानकारी अनुसार यह पूरा मामला ग्राम सभा हरदी का बताया गया, जहां के निवासी मेवालाल होमगार्ड व मरीज के पति ब्रजेश कुमार ने खीरों सीएचसी में डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। खीरों सीएचसी में खीरों थाना क्षेत्र के ग्रामसभा हरदी निवासिनी कंचन ने खीरों सीएचसी में तैनात नर्स पर आरोप लगाते हुए बताया कि नर्स नीलम द्वारा यह कहा गया कि नार्मल बच्चा होगा वही पूर्णिमा नर्स के आते ही बिना जांच किए मरीज को रेफर कर दिया गया।
दीपावली त्योहार मद्देनजर तैयार बैठी नर्स कपड़े बदलना उचित नहीं समझा और मरीज व तीमारदारों को बेवजह परेशान किया गया, इस बीच मरीज सीरियस था लेकिन नर्स ने लापरवाही करते हुए मोबाइल चलाने में व्यस्त थी वही पूर्णिमा नर्स वीडियो कॉल पर बात कर रही थी, परिजनों में मां कंचन का आरोप है कि निश्चित डिलीवरी समय पर बिना देखे रात 11 बजे मरीज को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया यह गलत है।
जिसके बाद परिजनों ने खीरों अस्पताल में हंगामा काटा, बताया जाता है कि जिला अस्पताल में अब नार्मल डिलीवरी के बाद जच्चा बच्चा दोनों सुरक्षित है। लेकिन जिस तरह से खीरों सीएचसी में डॉक्टरों की लापरवाही पर रेफर करना, मोबाइल फोन पर लगातार नर्स का बात करना निंदनीय है। उन्होंने उच्च अधिकारियों से लापरवाही करने वाले डॉक्टर नर्सों पर कार्यवाही की मांग की है।