खीरों, रायबरेली। थाना क्षेत्र गुरूबक्सगंज के गांव भीतरगांव निवासी भट्ठा श्रमिक की बीते 26 दिसंबर को इलाज के दौरान गुवाहाटी के मेडिकल कालेज में मौत हो गई। परिजनों को जानकारी मिलने पर परिजन गुवाहाटी पहुंचकर गुरुवार को शव लेकर घर पहुंचे । परिजनों ने भट्ठा के मिस्त्री और भट्ठा मालिक पर गम्भीर आरोप लगाते हुए पुलिस से कार्यवाही की मांग की है।
घटना का वर्णन
प्राप्त जानकारी के अनुसार, डोमेथोक भीतरगांव निवासी अवधेश कुमार (35) पुत्र राम कुमार उर्फ गोले अपने साथी मिस्त्री सज्जन के साथ भट्ठे में काम करने के लिए गुवाहाटी, असम गए थे। बीती चार दिसम्बर को, संदिग्ध परिस्थितियों में अवधेश कुमार गंभीर रूप से जल गए। यह घटना उस समय हुई जब दोनों लोग भट्ठे में कार्य कर रहे थे।
परिवार को जानकारी नहीं दी गई
मिस्त्री सज्जन और ईंट भट्ठा मालिक ने आग लगने की घटना की जानकारी परिवार को नहीं दी, जिसके कारण उनकी चिंताएँ और बढ़ गईं। अवधेश को गुवाहाटी के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, लेकिन 23 दिसम्बर को इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। इसके बावजूद भट्ठा मालिक ने मौत की सूचना भी परिवार को नहीं दी।
परिवार की प्रतिक्रिया
जब परिजन गुवाहाटी से शव को लेकर घर पहुंचे, तब उनके बीच कोहराम मच गया। गुरूबक्सगंज पुलिस ने उनके शोक को देखते हुए उन्हें शांत करने की कोशिश की और आगे की कार्यवाही का आश्वासन दिया। अंततः, परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया।
इस घटना से मृतक अवधेश कुमार की मां विद्यावती, पिता राम कुमार, पत्नी रामश्री, पुत्र दीपांशु, हिमांशु, प्रांशु, भाई राकेश कुमार, नीलेश कुमार, कमलेश कुमार और बहन शैलेश कुमारी सहित सभी परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह ने बताया शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया है। तहरीर मिलने पर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।