ब्यूरो चीफ संतोष कुमार रजक सोनभद्र
शक्तिनगर(सोनभद्र)। एनटीपीसी सिंगरौली के सीएसआर योजना के तहत वनिता समाज, शक्तिनगर के सहयोग से ग्रामीण महिलाओं के लिए साबुन और मोमबत्ती बनाने का प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन दिनांक 8 अप्रैल 2025 को स्थानीय वनिता समाज, एनटीपीसी सिंगरौली में किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती पीयूषा अकोटकर, माननीया अध्यक्षा, वनिता समाज उपस्थित थीं। यह पाँच दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम दिनांक 08 से 12 अप्रैल 2025 तक आयोजित किया जा रहा है। जिसमें कुल 35 ग्रामीण महिलाएँ लाभान्वित हो रहीं हैं। इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उन्हें स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना है, जिससे वे आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ सकें।
कार्यक्रम में श्रीमती पीयूषा अकोटकर ने अपने संबोधन में कहा, “वनिता समाज का हमेशा से यह उद्देश्य रहा है कि हम महिलाओं को सशक्त बनाएं। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से हम इन महिलाओं को नए कौशल सीखाने के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक नई राह दिखा रहे हैं। हमारा उद्देश्य है कि ये महिलाएं अपने प्रयासों से न केवल अपने परिवारों को सशक्त करें, बल्कि समाज में भी सकारात्मक बदलाव लाएं।”
इन पूरे दिनों के कार्यक्रम में “कुंज इनोवेशन ट्रस्ट” के द्वारा ग्रामीण महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। जिसमें ग्रामीण महिलाओं को साबुन और मोमबत्ती बनाने की विभिन्न विधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही हैं। इस पहल से महिलाएं न केवल नए कौशल सीखेंगी, बल्कि अपने उत्पादों को स्थानीय बाजारों में बेचकर आत्मनिर्भर बन सकेंगी।
इस अवसर पर एनटीपीसी सिंगरौली के डॉ. ओम प्रकाश, वरिष्ठ प्रबंधक, सीएसआर ने कहा,”एनटीपीसी सिंगरौली का यह प्रयास है कि हम न केवल स्थानीय समुदाय को शिक्षा एवं स्वास्थ्य से सशक्त करें, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से भी मजबूत बनाएं। इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से हम अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं।” कार्यक्रम का सफल संचालन कुमार आदर्श, कार्यपालक, नैगम सामाजिक दायित्व द्वारा किया गया।