निर्माण कार्य की धीमी प्रगति पर मण्डलायुक्त ने व्यक्त किया असंतोष!

बस्ती

*शमसुलहक खान की रिपोर्ट*

*निर्माण कार्य की धीमी प्रगति पर मण्डलायुक्त ने व्यक्त किया असंतोष!*

बस्ती – निर्माण कार्य की धीमी प्रगति पर मण्डलायुक्त अखिलेश सिंह ने असंतोष व्यक्त करते हुए निर्देश दिया है कि सभी कार्यदायी संस्थाए निर्माण कार्यो में तेजी लायें, निर्धारित समय सीमा में इसे पूरा करें। निर्माण कार्यो की समीक्षा बैठक में उन्होने सभी सीडीओ को निर्देशित किया है कि जिला टास्क फोर्स के अतिरिक्त एक अन्य समिति गठित करे, जो परियोजना पूर्ण होने पर हैण्डओवर के समय उसके गुणवत्ता की जॉच करें। उन्होने कहा कि सीएमआईएफ पोर्टल पर 01 करोड़ रूपये से अधिक लागत की परियोजनाए अपलोड की जायेंगी। इसके अलावा निर्माण एवं लाभार्थीपरक सभी परियोजनाए नवनिर्मित यूपीडैसबोर्ड पर अपलोड की जायेंगी।
उन्होने निर्देश दिया है कि त्वरित आर्थिक विकास योजना में बस्ती के 13 कार्य, संतकबीर नगर के 09 एवं सिद्धार्थनगर के 25 परियोजनाओं की सेकेण्ड किश्त बाकी है, सभी सीडीओ तत्काल इसकी डिमांड शासन को भिजवायें। उन्होने कहा कि पूर्वांचल विकास निधि की कार्ययोजना अभी तक अप्राप्त है। सभी जनप्रतिनिधियों से सम्पर्क कर परियोजनाए तैयार कर उपलब्ध कराये। बैठक में उन्होने पीडब्ल्यूडी, आरईडी, यूपीपीसीएल, यूपीसीडको, उ0प्र0 आवास विकास परिषद, फैक्सफेड, राजकीय निर्माण निगम एवं अन्य कार्यदायी संस्थाओं की परियोजनाओं की समीक्षा किया।
उन्होने निर्देश दिया कि पूर्ण परियोजनाओं को तत्काल विभाग को हस्तांतरित कराये। सभी परियोजनाओं की त्रिस्तरीय फोटोग्राफ्स रखें। ओपेक कैली अस्पताल में क्रिटिकल केयर यूनिट निर्माण के लिए एचटी लाइन शिफ्ट कराने के संबंध में उन्होने विभाग को निर्देशित किया है। बैठक का संचालन उप निदेशक अर्थ एंव संख्या अमजद अली अंसारी ने किया। उन्होने बताया कि जनपद बस्ती में 79, संतकबीर नगर में 91 तथा सिंद्धार्थनगर में 136 कुल 306 परियोजनाए निर्माणाधीन है। इनकी कुल लागत 1900 करोड़ रूपये है, जिसमें से 1276 करोड़ रूपये अवमुक्त हो गये है तथा कुल 1129 करोड़ रूपया व्यय हो चुका है। इसमें से 26 परियोजनाए पूर्ण हो गयी है, 15 परियोजनाए अनारम्भ है, परियोजनाओं की भौतिक प्रगति 57.70 प्रतिशत है।
         बैठक में सीडीओ डा. राजेश कुमार प्रजापति, जयेन्द्र कुमार, संत कुमार, अपर निदेशक स्वास्थ्य डा. नीरज पाण्डेय, संयुक्त निदेशक कृषि अविनाश चन्द्र तिवारी, पुरूषोत्तम मिश्रा, अधीक्षण अभियन्ता राजेश कुमार, जगपाल वर्मा, रामदास, रियाज अहमद सिद्दीकी तथा विभिन्न कार्यदायी संस्थाओ के परियोजना प्रबंधक उपस्थित रहें।