मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने जामताड़ा जिला को दी बड़ी सौगात, जामताड़ा- निरसा पथ के वीरग्राम- बरबेंदिया में बराकर नदी पर उच्चस्तरीय पुल का किया शिलान्यास

झारखंड

◆ मुख्यमंत्री ने समारोह में 340 करोड़ 95 लाख 40 हज़ार रुपए की विकास योजनाओं का उद्घाटन- शिलान्यास तथा लाभुकों के बीच परिसम्पतियों का किया वितरण

◆ मुख्यमंत्री ने कहा- हम घोषणाओं में नहीं योजनाओं को धरातल पर उतारने का कर रहे काम

◆ मुख्यमंत्री बोले- आज कोई भी ऐसा परिवार नहीं है , जहां हमारी सरकार की योजनाएं नहीं पहुंची हो

● विकसित और खुशहाल झारखंड बना रहे हैं

● राज्य में आधारभूत संरचनाओं का बेहतर और मजबूत तंत्र बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध

● कोई भी आदिवासी- मूलवासी अपने हक-अधिकार से नहीं रहेगा वंचित

जामताड़ा (झारखंड)। राज्य में धारभूत संरचनाओं का बेहतर और मजबूत तंत्र बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इस कड़ी में सड़कों तथा पुल- पुलिया का जाल बिछा रहे हैं, क्योंकि इसी के जरिए विकास का नया गलियारा बनता है। मुख्यमंत्री श्री चम्पाई सोरेन ने आज जामताड़ा जिला में जामताड़ा- निरसा पथ के वीरग्राम- बरबेंदिया में बराकर नदी पर उच्चस्तरीय पुल के शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए ये बातें कही। उन्होंने कहा कि बरबेंदिया पुल उन लोगो को सच्ची श्रद्धांजलि है, जिन्होंने बराकर नदी में नाव दुर्घटना होने से जल समाधि ले ली थी।

दूरी घटेगी, समय बचेगा, आवागमन में सहूलियत होगी, विकास का राह तैयार होगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि बरबेंदिया पुल के निर्माण से जामताड़ा समेत पूरे संताल का धनबाद से रोड कनेक्टिविटी मजबूत होगा। जामताड़ा से निरसा की दूरी पहले की तुलना में आधी हो जाएगी। ऐसे में आवागमन में समय की बचत के साथ सहूलियत होगी। इतना ही नहीं, इस पुल के शुरू होने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और आर्थिक विकास को रफ्तार मिलेगी।

झारखंड कभी गरीब नहीं रहा, लेकिन लोग गरीबी में रहने को मजबूर रहे

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड कभी गरीब प्रदेश नहीं रहा, लेकिन यहां के लोग गरीबी में रहने को मजबूर रहे। अलग राज्य बनने के 19 वर्षों तक झारखंड के उत्थान पर किसी भी सरकार का ध्यान नहीं रहा। सिर्फ यहां के खनिज संसाधनों का दोहन होता रहा। यहां के आदिवासियों- मूल वासियों के दुःख- दर्द को किसी ने समझाने की कोशिश नहीं की।

2019 में हेमन्त जी के नेतृत्व में सरकार बनी तो उन्होंने यहां के आदिवासियों- मूलवासियों, दलितों, पिछड़े, अल्पसंख्यको, गरीबों, जरूरतमंदों और किसानों- मजदूरों की समस्याओं को समझा और उसी के अनुरूप योजनाएं बनाकर उन्हें सशक्त और स्वावलंबी बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया। उन्होंने विकास का जो नया दरवाजा खोला, उसी दरवाजे से होकर हमारी सरकार विकसित और खुशहाल झारखंड बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।

हम जो कहते हैं उसे अवश्य पूरा करते हैं

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार घोषणाओं में विश्वास नहीं करती है । हम जो कहते हैं उसे अवश्य पूरा करते हैं। आज सरकार की योजनाएं धरातल पर उतर रही हैं। समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति को इसका लाभ मिल रहा है । यहां के गरीबों और जरूरतमंदों को रोटी, कपड़ा और मकान देने की दिशा में कदम बढ़ा चुके हैं। यहां का कोई भी व्यक्ति अपने हक- अधिकार से वंचित नहीं रहेगा। झारखंड को संवारने की दिशा में हमने जो कदम बढ़ाया है, वह नहीं थमेगा।

हर वर्ग और हर तबके के लिए है योजनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समस्त झारखंड वासियों की सरकार है । ऐसे में विकास की धारा से कोई वर्ग और तबका वंचित नहीं रहे, इस पर सरकार का विशेष जोर है। “आपकी योजना- आपकी सरकार- आपके द्वार” कार्यक्रम के माध्यम से सरकार आपके दरवाजे पर पहुंची। आपकी समस्याओं को जाना और और उसका समाधान किया। इतना ही नहीं, सभी को उनकी जरूरत के अनुरूप योजनाओं से जोड़ा गया। आज कोई भी ऐसा परिवार नहीं है, जहां सरकार की योजनाएं नहीं पहुंची हो।

खेतों में अब सालों भर लहराएंगे फसल

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को सशक्त बनाने की दिशा में सरकार लगातार प्रयास कर रही है। खेतों में सालों भर पानी रहे, इसके लिए सिंचाई सुविधाओं का तीव्र गति से विस्तार हो रहा है। खेतों में भूमिगत पाइप लाइन के माध्यम से पानी पहुंचाने का कार्य शुरू हो चुका है। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में यहां के खेतों में सालों भर फसल लहराएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अब 30 लाख परिवार 125 यूनिट मुफ्त बिजली का लाभ ले रहे हैं। इसके साथ ग्रामीण क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए 15 हज़ार किलोमीटर सड़के बनाई जा रही है।

जिन्हें नहीं मिला पीएम आवास, उन्हें दे रहे अबुआ आवास

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के जो भी गरीब, जरूरतमंद और आवास विहीन लोग प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित रहे हैं, उन्हें सरकार अबुआ आवास दे रही है। हमारी सरकार ने 20 लाख लोगों को अबुआ आवास योजना के तहत तीन कमरों का पक्का मकान देने का निर्णय लिया है और लाभुकों को स्वीकृति पत्र देने का सिलसिला शुरू हो चुका है है।

आप पढ़ाई करें, सरकार करेगी आर्थिक मदद

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। यहां के गरीब बच्चों को भी क्वालिटी एजुकेशन मिलेगा। विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का उनका सपना पूरा होगा। यहां के गरीब परिवारों के बच्चे भी इंजीनियर, डॉक्टर और अफसर बनेंगे। इसमें पैसे की तंगी आड़े नहीं आएगी। आपको सरकार आर्थिक सहायता देगी। इसके लिए आपको कोई गारंटी देने की जरूरत पड़ेगी। सरकार आपकी गारंटी बनेगी।

विकास योजनाओं से जामताड़ा की बदलेगी तस्वीर

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 340 करोड़ 95 लाख 40 हज़ार रुपए की लागत से कई विकास योजनाओं का उद्घाटन- शिलान्यास और लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया। इसमें 263 करोड 87 लाख रुपए की बरबेंदिया पुल का शिलान्यास तथा 26 करोड रुपए की 12 अन्य योजनाओं का लोकार्पण और नींव रखी गई। वहीं, 69631 लाभुकों के बीच 52 करोड़ 80 लाख रुपए की परिसंपत्तियों का वितरण हुआ।

इस अवसर पर मंत्री श्री बसंत सोरेन, विधायक श्री इरफान अंसारी, जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती राधा रानी सोरेन, जिला बीस सूत्री उपाध्यक्ष श्री श्यामलाल हेंब्रम, पूर्व सांसद श्री फुरकान अंसारी, पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव श्री सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अरवा राजकमल, संताल परगना के आयुक्त श्री लालचंद्र दादेल, पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री संजीव कुमार सिंह, जिले के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।