खबर को लेकर खीरों थानेदार ने पत्रकार से की अभद्रता, धमकाने का ऑडियो वायरल

उत्तर प्रदेश रायबरेली
  • ज्यादातर पत्रकारो को धमका चुके SHO, इस बार वाइस रिकॉर्डिंग में खुली पोल

रायबरेली। जिले के तेजतर्रार एसपी के पद भार ग्रहण करने के बाद कुछ दिन थानेदारों पर सख्ती दिखी लेकिन समय के साथ फिर पुराना रवैया देखने को मिला, थाने में फरियादियो की सुनवाई न होना और जनपद मुख्यालय पर फरियादियों का तांता लगना। थाना क्षेत्रों में अवैध खनन व हरे पेड़ों की कटान तो आम बात है। इन तमाम कारनामों के बाद जनपद के कुछ थाना क्षेत्रों में बड़े नेताओ के हाथ के बाद कच्ची शराब की भी बिक्री धड़ल्ले से होती है।

अब रही बात पत्रकारों की तो अगर अवैध खनन कच्ची शराब सहित अन्य खबरें अगर दिखाई तो थानेदार साहब अपने रौब के साथ उसे ऐसा धमकाते हैं, के दोबारा पत्रकार ना थाने जाता है ना ही थाने के खिलाफ कोई खबर निकालने की हिम्मत करता है ऐसे मामलों में कई बार पत्रकारों से तू तू मैं मैं के मामले भी सामने आए हैं।

इसकी शिकायत अगर पुलिस मुखिया से की जाती है तो मामला ठंडे बस्ते में ही चला जाता है। ऐसे मामलों को उजागर करने के लिए पत्रकार व लोग ट्विटर अकाउंट का सहारा लेते हैं, इसके बाद नीचे से लेकर ऊपर तक के अधिकारियों तक मामला संज्ञान में आता है, फिर जांच के आदेश जारी होते हैं। सप्ताह भर में मामला ठंडा हो जाता है।

इस बीच बड़े-बड़े नेताओं के फोन भी पुलिस आला हाकिम तक पहुंच जाते हैं और मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। बाद में फिर फेर बदल करते हुए थानेदार को इधर से उधर कर दिया जाता है।

ऐसा ही एक मामला चर्चा में आया है जहां पति पत्नी की मारपीट की खबर चलाने के बाद खीरों SHOबौखला गए और पत्रकार को दर्शन करने के बहाने थाने बुलाकर खरी खोटी सुनाई, पत्रकार SHO बातचीत को भापते हुए वॉइस रिकॉर्डर के साथ थाने में दाखिल हुआ, इसके बाद की ऑडियो रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया सहित उच्च अधिकारियों के मोबाइल पर पहुंच चुकी है। अब लालगंज सीओ की जांच में आज क्या निष्कर्ष निकल कर आता है यह तो समय तय करेगा।

ज्ञात हो कि यूपी के मुख्यमंत्री सहित डीजीपी पुलिस को जनता व पत्रकारों से आपसी सामंजस्य बनाने के निर्देश देते रहते हैं वही जनपद के तेज तर्रार पुलिस कप्तान खाकी को आए दिन लोगों से संयमित बात व अच्छा व्यवहार रखने की नसीहत दे रहे है लेकिन साहब की नसीहत जिले के थानेदारों पर कोई असर नही छोड़ती जिसका उदाहरण खीरों थाने में तैनात थानेदार में देखने को मिला।

थाने में तैनात बेलगाम दरोगा जिस पर कप्तान ने क्षेत्र की जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी दे रखी है लेकिन यह दरोगा थाने में अपने अलग कामों को लेकर ही सुर्खियों में बने रहते हैं। खीरों में बीते दिनों एक युवक का गिरफ्तारी को लेकर हाईकोर्ट तक की दौड़ लगाने वाले दरोगा के खिलाफ अभी जांच चल रही है, बावजूद एसपी ने साहब को उसी थाने का थानेदार भी बना रखा है।

अभी 3 जुलाई को हाईकोर्ट में थानेदार की पेशी भी रही। मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि साहब एक बार फिर अपने बेअंदाज और बदजुबानी को लेकर चर्चा में आ गए। दरोगा साहब ऐसे हैं कि आए दिन दूसरों पर अपना रौब दिखाने से बाज नहीं आते। जिसका इस बार आडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया। इस बार उनके निशाने पर कोई और नहीं बल्कि स्थानीय पत्रकार और पार्टी भाजपा पदाधिकारी भी है।

वायरल आडियो के मुताबिक पति पत्नी में मारपीट की खबर से नाराज थानेदार ने पत्रकार को थाने बुलाकर जमकर खरी खोटी सुनाई और खूब भला बुरा कहा। ऑडियो में पत्रकार अपनी सफाई दे रहा है लेकिन दरोगा जी अपने आगे उसकी एक नहीं सुन रहे। पत्रकार को थाने बुलाकर थानेदार द्वारा किए गए इस कृत्य को लेकर पत्रकार संगठनों में नाराजगी है और पत्रकार संगठनों ने पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी से कार्रवाई किए जाने की मांग की। ऎसे में अगर कार्रवाई नहीं होती है तो पत्रकार संगठन धरना प्रदर्शन की भी चेतावनी दे रहे हैं।