- मोतीपुर गेस्ट हाउस में पर्यावरण संरक्षण विषय पर इंटर-स्कूल क्विज प्रतियोगिता का आयोजन, डॉ. राजेश्वर सिंह ने विजेताओं को किया पुरस्कृत*
- युवा पीढ़ी बदलते भारत का भविष्य, उनका मार्गदर्शन हमारा कर्तव्य – डॉ. राजेश्वर सिंह*
- धरती का तापमान 0.3°C और बढ़ा तो भुगतने होंगे गंभीर परिणाम – डॉ. राजेश्वर सिंह
शकील अहमद
बहराइच। पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एनवायर्न्मेंट वारियर्स संस्था द्वारा रविवार को कतर्नियाघाट स्थित मोतीपुर फॉरेस्ट गेस्ट हाउस में इंटर-स्कूल क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतिस्पर्धा में 12 विद्यालयों के 81 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने विजयी प्रतिभागियों को सम्मानित किया और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सार्थक पहल करने का आह्वान किया।
प्रतियोगिता में सर्वोदय इंटर कॉलेज की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त कर ₹20,000 की प्रोत्साहन राशि जीती, जबकि एस.पी.वी.पी. इंटर कॉलेज की टीम ने द्वितीय स्थान प्राप्त कर ₹15,000 तथा नवयुग इंटर कॉलेज की टीम ने तृतीय स्थान हासिल कर ₹10,000 की पुरस्कार राशि प्राप्त की। अन्य प्रतिभागी टीमों को ₹1,000 की प्रोत्साहन राशि एवं सभी विजेता छात्रों को जंगल सफारी कूपन प्रदान किए गए।
वन संरक्षण में अहम योगदान पर वन कर्मियों को सम्मान
वन संपदा के संरक्षण में उत्कृष्ट योगदान देने वाले कतर्नियाघाट प्रभाग के 30 वाचर्स को विधायक डॉ. सिंह द्वारा साइकिलें भेंट की गईं, जबकि उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 5 वन कर्मियों को भी सम्मानित किया गया। विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने वन कर्मियों के समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि वन एवं वन्यजीवों की सुरक्षा में उनका योगदान सराहनीय है। सम्मानित वन्य कर्मियों के नाम विभाग ने उपलब्ध कराये थे।
पर्यावरण संरक्षण पर जागरूकता का आह्वान
विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपने संबोधन में पर्यावरण संकट पर चिंता जताते हुए बताया कि वायु प्रदूषण के कारण हर वर्ष 60 लाख लोगों की मृत्यु हो रही है। पिछले 100 वर्षों में औसत वैश्विक तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस बढ़ चुका है और यदि यह 0.3 डिग्री और बढ़ता है, तो परिणाम बेहद घातक होंगे। उन्होंने 54 मिलियन टन भोजन की वार्षिक बर्बादी को रोकने की आवश्यकता पर बल दिया।
विधायक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अब तक लगाए गए 150 करोड़ पौधों के संरक्षण की सामूहिक जिम्मेदारी का उल्लेख करते हुए कहा कि कतर्नियाघाट वन क्षेत्र और तराई क्षेत्र उत्तर प्रदेश के ‘फेफड़े’ हैं, जहाँ हाथी, बाघ, तेंदुआ, मगरमच्छ, गैंडा और डॉल्फिन जैसी दुर्लभ प्रजातियाँ पाई जाती हैं। उन्होंने इसे हिंदुस्तान का सबसे खूबसूरत पार्क बनाने का संकल्प लेने की बात कही।
देश की प्रगति और पर्यावरण संरक्षण पर सरकार की प्रतिबद्धता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों जैसे सौर ऊर्जा एवं पवन ऊर्जा को बढ़ावा देने के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए विधायक ने कहा कि आजादी के समय भारत में सिर्फ 4 लाख किमी सड़कें थीं, जो अब 64 लाख किमी से अधिक हो चुकी हैं। वहीं, देश में 50 विश्वविद्यालयों से बढ़कर अब 1500 से अधिक विश्वविद्यालय हो चुके हैं और सवा चार करोड़ विद्यार्थी उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
उन्होंने गर्व के साथ कहा कि आज का भारत ब्रह्मोस मिसाइल निर्माण और चंद्रयान की सॉफ्ट लैंडिंग कराने में सक्षम है। यह बदलाव हमारे वैज्ञानिकों, युवाओं और सरकार की दूरदर्शिता का परिणाम है।
एनवायर्न्मेंट वारियर्स संस्था की भविष्य की योजनाएँ
राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर एनवायर्न्मेंट वारियर्स संस्था ने खीरी जनपद के पलिया कलां में वन्यजीव संरक्षण अभियान की शुरुआत की थी। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, विधायक रोमी साहनी, जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल और वरिष्ठ पर्यावरणविदों ने भाग लिया था। इस कार्यक्रम में डिजिटल लाइब्रेरी का लोकार्पण,10 मेधावी छात्रों को टैबलेट वितरण, पर्यावरण कैलेंडर और वेबसाइट लॉन्च, 5 फ्रंटलाइन वन कर्मियों एवं 30 वॉचर्स का सम्मान जैसे कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम संपन्न हुए।
संस्था का उद्देश्य युवाओं, पर्यावरणविदों और प्रशासनिक अधिकारियों को पर्यावरण संरक्षण की महत्ता से अवगत कराना और समुदाय को अपनी जिम्मेदारी समझने के लिए प्रेरित करना है। एनवायर्न्मेंट वारियर्स संस्था का अगला कार्यक्रम मार्च माह में पीलीभीत में आयोजित होगा, जिसमें विद्यार्थियों के बीच डिबेट प्रतियोगिता करवाई जाएगी।
कार्यक्रम के दौरान अंबालिका समूह संस्थान, लखनऊ के अध्यक्ष अंबिका मिश्रा, वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी एच. राजा मोहन, कीर्ति चौधरी, डीएफओ शिव शंकर, तेजपाल सियाल, अजय गुप्ता,निखिल शर्मा, अमित बांगरे, जितेंद्र सिंह, इमरान हुसैन, मयंक सिंह सहित कई प्रमुख पर्यावरणविद एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।