मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुण्डा होंगे शामिल
जमशेदपुर (झारखंड)। जमशेदपुर का प्रतिष्ठित स्वदेशी मेला दिनांक 8 से 16 अक्टूबर 2025 तक गोपाल मैदान बिस्टुपुर में आयोजित होने जा रहा है। जिसका विधिवत् उद्घाटन समारोह दिनांक 8 अक्टूबर 2025 को संध्या 5.30 बजे होगा जिसमें बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुण्डा एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में जमशेदपुर पूर्वी से विधायक श्रीमती पूर्णिमा साहू, टाटा स्टील के उपाध्यक्ष कॉर्पोरेट सर्विसेस डी.बी. सुंदरा रामम एवं झारखण्ड क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव सौरभ तिवारी होंगे।
स्वदेशी मेले का उद्देश्य भारतीय उद्योग और सेवाओं को विकसित और मजबूत करते हुये देश में एक स्थाई मजबूत अर्थव्यवस्था को खड़ा करना जो कि सत्तत विकास का दुनिया में एक मॉडल बने। स्वदेशी जागरण मंच देश की साथ देश की आर्थिक सुरक्षा के साथ साथ सांस्कृतिक अपदूषण को रोकने और अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रचार प्रसार करने का काम करती है। इसके माध्यम से देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा के लिये विशेष अभियान चलाते हैं जागरूकता करते हैं। इस प्रकार देश के आर्थिक, सामरिक, आंतरिक सुरक्षा और सांस्कृतिक संरक्षण और संवर्द्धन के लिये स्वदेशी जागरण मंच कार्यरत है। इसके तहत हम देश के छोटे छोटे आर्टिजन से लेकर और प्राईम इंडस्ट्रीज तक को सर्पोर्ट सिस्टम कैसे खड़ा हो इसे लेकर 2000 में स्वदेशी मेले को प्रारंभ किया गया। वर्ष 2001 में जमशेदपुर में स्वदेशी मेला का आयोजन हुआ जिसके मुख्य प्रायोजक टाटा स्टील थी जिसमें पहली बार टाटा स्टील ने अपना स्टील हाउस का मॉडल लांच किया। टाटा स्टील के तत्कालीन प्रबंध निदेशक इसके संरक्षक रहे तथा उदघाटन समारोह में प्रबंध निदेशक, डिप्टी प्रबंध निदेशक यह सारे लोग इसमें अतिथि के रूप में रहे। और आने वाले समय में भी स्वदेशी मेला को टाटा स्टील का सहयोग मिलता रहा। एक छोटा सा मेला जो लगभग 100 स्टॉल से शुरू हुआ था 2001 में जो आज शहर का सबसे बड़े मेला के रूप में है जो यहां के आमजन लोगों के लिये सांस्कृतिक उत्सव के रूप में है जिसका इन्तजार यहां के लोग करते हैं। यह मेला आज शहर के लोगों के लिये गौरय बन चुका है।
इसमें हम केवल वस्तुओं की खरीद-बिकी नहीं होती है, यह ट्रेड फेयर नहीं है बल्कि स्वदेशी विचारधारा के प्रचार का एक माध्यम है। इसमें प्रतिदिन हर वर्ग के लिए प्रतियोगितायें होगी, जैसे सीट एंड ड्रॉ, शंख बजाओ, महापुरुषों की वेशभूषा, भारत को जानो पर क्विज, रंगोली, मेंहदी एवं योग प्रतियोगिता के साथ साथ ही विभिन्न विषयों पर गोष्ठियां होंगी जिनमें वर्तमान समय में भारतीय शिक्षा प्रणाली की प्रासांगिकता, वरिष्ठ नागरिकों पर कुटुम्ब प्रबोधन, विभिन्न क्षेत्र के डॉक्टर्स के द्वारा रोग बीमारियों के उपचार, उद्यमिता प्रोत्साहन, सतत विकास एवं पर्यावरण पर कार्यक्रम सनातन संस्कृति एवं नारी चेतना, समृद्ध एवं समर्थ भारत का आधार स्वदेशी इत्यादि विषय होंगे।
मेला का मुख्य आकर्षण प्रतिदिन सांस्कृतिक मर्यादाओं के अनुरूप सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा जिसमें स्थानीय कलाकारों द्वारा छऊ नृत्य, विभिन्न राज्यों के लोक नृत्य, जादू, गीत एवं गजल, नुक्कड़ नाटक के अलावा शहर के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा देशभक्ति गीत की प्रस्तुति का आयोजन होगा। इस वर्ष शहर में नए प्रतिभागियों की खोज हेतु सांस्कृतिक संध्या में गीत एवं नृत्य के लिए खुला मंच का आयोजन किया गया है जिसका मुख्य उद्देश्य जमशेदपुर के उभरते हुए कलाकारों को जनता के बीच में लान्य है।