असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को घोषणा की कि राज्य कैबिनेट ने करीमगंज जिले का नाम बदलकर ‘श्रीभूमि’ करने का फैसला किया है। हिमंत बिस्वा सरमा ने एक्स पर लिखा कि 100 से अधिक साल पहले, कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर ने असम में आधुनिक करीमगंज जिले को ‘श्रीभूमि’- मां लक्ष्मी की भूमि के रूप में वर्णित किया था। आज असम कैबिनेट ने हमारे लोगों की इस लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा कर दिया है।
कैबिनेट के फैसलों पर जानकारी देते हुए असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि असम कैबिनेट ने आज असम निवेश और बुनियादी ढांचा शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का फैसला किया है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अपनी सहमति दे दी है। उन्होंने कहा कि असम कैबिनेट ने आज 30 दिसंबर से पहले पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची प्रकाशित करने का फैसला किया है। यदि 30 दिसंबर तक मतदाता सूची प्रकाशित हो जाती है तो हम 10 फरवरी 2025 तक पंचायत चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे। जनवरी 2025 के पहले सप्ताह में पंचायत चुनाव की तिथि घोषित कर दी जायेगी।
मुख्य बिंदु:
- नाम बदलने का फैसला: असम कैबिनेट ने करीमगंज जिले का नाम बदलकर ‘श्रीभूमि’ करने का निर्णय लिया।
- टैगोर का वर्णन: कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर ने करीमगंज को ‘श्रीभूमि’ यानी मां लक्ष्मी की भूमि के रूप में वर्णित किया था।
- सीएम हिमंत बिस्वा सरमा का बयान: लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा किया गया।
- पंचायत चुनाव: 30 दिसंबर तक मतदाता सूची प्रकाशित होगी, चुनाव फरवरी 2025 तक पूरे होंगे।
- बांग्लादेशी घुसपैठियों की गिरफ्तारी: 9 व्यक्तियों को अवैध प्रवेश के आरोप में पकड़ा गया।
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