-लावारिस शवों के अंतिम संस्कार हेतु इलेक्ट्रिक मशीन व जमीन शासन प्रशासन द्वारा मुहैया कराई जाए : जी सी सिंह चौहान
रायबरेली। जनपद रायबरेली में ऑल इंडिया उद्योग व्यापार मंडल चौहान गुट विगत 3 वर्षों से अधिक समय से जनपद में मिलने वाले लावारिश शवों का निशुल्क अंतिम संस्कार करवाने का काम करता है। जनपद रायबरेली में अब तक चौहान गुट ने 145 लावारिश शवों का निशुल्क अंतिम संस्कार करवा चुका है और साथ ही तेरहवीं संस्कार भी करवाया जाता है।
बीते 24 दिसंबर को थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के अंतर्गत शहर रायबरेली रेलवे स्टेशन, मंदिर के निकट से एक साधु की लाश मिली, उस लावारिश लाश को लेकर संबंधित थाने की पुलिस ने उनके परिजनों की काफी खोजबीन के बाद जब परिजन नहीं मिले तो लावारिस शव को अंतिम संस्कार हेतु एसआई राम सेवक, थाना कोतवाली नगर रायबरेली ने ऑल इण्डिया उद्योग व्यापार मंडल चौहान गुट प्रदेश अध्यक्ष जी सी सिंह चौहान से संपर्क किया।
इसके बाद आवश्यक कार्यवाही और पोस्टमार्टम के बाद लावारिश शव को एम्बुलेंस यूपी 41 जी 3815 के ड्राइवर गुड्डू ने शहर के शहीद स्मारक मुंशीगंज स्थित बैकुंठ धाम में अंतिम संस्कार कांस्टेबल परवेज खां, पीएनओ:१८२४६९२७५ थाना कोतवाली नगर रायबरेली की मौजूदगी में गंगाजल, तुलसी, चन्दन, कफ़न आदि सामग्री मंगवाकर साधु को उसके विधि विधान के अनुसार सम्मान के साथ करवाया गया।
आपको बता दें कि ऑल इंडिया उद्योग व्यापार मंडल चौहान गुट विगत 3 वर्षों से अधिक समय से जनपद में मिलने वाली लावारिस लाशों का निशुल्क रूप से अंतिम संस्कार करवाता है। लावारिश लाश पुरुष की हो या महिला की, हिंदू की हो या मुसलमान की उसको उसी के धर्म के हिसाब से अंतिम संस्कार करवाने का काम करता है चौहान गुट।
प्रदेश अध्यक्ष जी सी सिंह चौहान ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में जाते समय किसी कारणवश एक बुजुर्ग साधु की मौत हुई है। इसके साथ ही उन्होंने शासन व प्रशासन से एक बार फिर से इलेक्ट्रिक शव दाह मशीन व दफनाने के लिए जमीन की मांग को दोहराते हुए कहा कि चौहान गुट को उपरोक्त मांग पूरी की जाए जिसका बिजली का बिल और दफनाने का खर्च चौहान गुट वहन करेगा।
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष जी सी सिंह चौहान के साथ प्रदेश मीडिया प्रभारी एसके सोनी, जिलाध्यक्ष मो0 उमर, जिला मीडिया प्रभारी इम्तियाज खान, जिला इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रभारी वसीम खान, गुड्डू आदि लोग मौजूद रहे।