पांच दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ सफल समाप
लखनऊ- बाराबंकी जनपद के ब्लॉक संसाधन केंद्र बड़ेल में चल रहे पांच दिवसीय एफएलएन तथा एनसीईआरटी पाठ्य पुस्तकों पर आधारित शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन खंड शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर यादव की देखरेख में किया गया।
प्रशिक्षण के अंतिम दिन शिक्षकों को विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी गई। कार्यक्रम में भारतीय ज्ञान प्रणाली और अंतःविषयक दृष्टिकोण पर विस्तार से चर्चा की गई, जिसमें शिक्षकों को बताया गया कि किस प्रकार शिक्षा में बहुविषयक दृष्टिकोण अपनाकर बच्चों में समग्र विकास सुनिश्चित किया जा सकता है। साथ ही भारतीय ज्ञान परंपरा को शिक्षा में सम्मिलित कर उसे मुख्यधारा में लाने के उपायों पर विचार किया गया।
‘संतूर’ कार्यपुस्तिका के प्रयोग और महत्व को भी विस्तार से समझाया गया। इसमें मोटर विकास को सुदृढ़ करने, अध्यायों की अवधारणाओं को स्पष्ट करने तथा खेल-खेल में सीखने की विधियों को अपनाने पर विशेष बल दिया गया। इसी के साथ भाषा शिक्षण को प्रभावी बनाने के उपायों और शब्दावली विस्तार की तकनीकों पर भी प्रकाश डाला गया।
इन विषयों को शिक्षकों तक पहुंचाने में संदर्भदाताओं श्रीमती लक्ष्मी सिंह, सुभाष चंद्र तिवारी, आलोक वर्मा, नरेंद्र कुमार और श्रीमती स्वर्णजीत कौर के साथ प्रथम संस्था टीम से अमर सिंह, रामनाथ उपाध्याय व संदीप सिंह का विशेष योगदान रहा। उन्होंने उदाहरणों और गतिविधियों के माध्यम से शिक्षकों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया।
खंड शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर यादव ने समापन अवसर पर कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम शिक्षकों को नई शिक्षण तकनीकों से जोड़ते हैं और विद्यार्थियों के सीखने की प्रक्रिया को सरल, रोचक एवं प्रभावी बनाते हैं। उन्होंने सभी शिक्षकों से आग्रह किया कि वे सीखी गई विधियों को विद्यालयों में लागू करें, ताकि बच्चों में भाषा एवं गणितीय दक्षता को मजबूत किया जा सके।