- शिकायत से भड़के कर्मचारियों ने रोगियों से की अभद्रता
- तैनात छह डॉक्टर में से सिर्फ एक रहे मौजूद
रायबरेली। भूतपूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न राजीव गांधी की जयंती के मौके पर हरचंदपुर विधानसभा के पूर्व विधायक व राज्य मंत्री सुरेंद्र विक्रम सिंह उर्फ पंजाबी सिंह सीएचसी में रोगियों को फल वितरित करने पहुंचे। इस मौके पर राज्य मंत्री के साथ दर्जनों की संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता साथ गए थे। राज्य मंत्री व कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा रोगियों को फल वितरित करने के दौरान कई रोगियों ने अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं व सम्बन्धित स्टॉफ द्वारा इलाज में लापरवाही की शिकायत पूर्व राज्य मंत्री से किया।
जिस पर उन्होंने वहीं से सीएमओ से फोन पर इसकी शिकायत करते हुए तत्काल इसमें सुधार लाने को कहा। उन्होंने लोगों की शिकायतों पर अस्पताल में मौजूद डॉक्टर व कर्मचारियों की क्लास ले ली। सीएचसी में अव्यवस्थाओं अंबार मिला। कर्मचारी सच्चाई छुपाने के लिए लगातार झूठ बोलते रहे। कई ने तो सामना नहीं किया।
अधीक्षक डॉक्टर भावेश सिंह उपस्थित नहीं थे। उनके चेंबर में ताला बंद मिला। डॉक्टर सहित दर्जनों कर्मचारियों के फर्जी हस्ताक्षर बनाए जाते हैं। इसी वजह से उपस्थिति पंजिका को ताले में रखा जाता है ताकि कोई अचानक से आकर के देख ना ले।
कर्मचारियों ने रोगियों से किया अभद्रता
कुछ कर्मचारी सीएमओ से शिकायत होने की वजह से शिकायत करने वाले रोगियों और तीमारदारों से नाराज होकर उनसे अभद्रता करते हुए झगड़ा करने पर अमादा हो गए। जिससे सीएचसी में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। अधीक्षक व कर्मचारियों की मनमानी के विरुद्ध पूर्व राज्य मंत्री ने व्यवस्था में सुधार न होने पर जल्द ही धरना प्रदर्शन करने की बात सीएमओ से फोन पर कही।
सीएचसी में अव्यवस्थाओं का अंबार मिला
पूर्व राज्य मंत्री ने रोगियों की शिकायत पर स्टॉफ की क्लास लगा दी। आरबीएसके के संविदा डॉक्टर फारुकी सच्चाई छुपाने के लिए गोलमोल जवाब देते रहे। राज्य मंत्री द्वारा महिला डॉक्टर के बारे में पूछने पर पहले बताया कि गायनेकोलॉजिस्ट महिलाओं का इलाज करती हैं। बाद में बोले कि यहां पर महिला डॉक्टर नहीं है।
क्लर्क का काम कर रहे लैब टेक्नीशियन ने दी भ्रामक जानकारी
लैब टेक्नीशियन द्विजेंद्र शर्मा ने राज्य मंत्री द्वारा डॉक्टरों की तैनाती के बारे में पूछने पर झूठ बोल दिया। उसने बताया कि चार डॉक्टर हैं। जबकि सीएचसी में अधीक्षक डॉ भावेश के अलावा डॉ राहुल घोष, डॉ मनोज मिश्रा, डॉ सुनील यादव, डॉ पीके श्रीवास्तव, डॉ निधि गौतम सहित कुल छह डॉक्टर तैनात हैं। अलग बात है कि फर्जी हस्ताक्षर से वेतन निकाला जा रहा है।
स्वास्थ्य सेवाओं में मनमानी चरम पर
इस दौरान यह भी सामने आया कि अधीक्षक द्वारा आरबीएसके में संविदा पर तैनात डॉ मंजू यादव से महिला व गर्भवती रोगियों का इलाज करवाया जा रहा है। एचआरपी दिवस भी डॉ मंजू के भरोसे रहता है। एकौनी में तैनात महिला डॉ सदफ असगर, देवगांव में तैनात डॉ अर्चिता वर्मा व पाहो में तैनात डॉ इति चौधरी से हर महीने पैसा लेकर उन्हें भी सीएचसी के डॉक्टरों की तरह घर बैठने की छूट दी गई है।