- जर्जर सड़कें और अवैध पार्किंग ने बढ़ाया खतरा, लापरवाह सिस्टम पर उठे सवाल
- हर घर जल योजना के तहत खोदी गई सड़कों की मरम्मत न होने से बढ़ा हादसों का खतरा
शकील अहमद
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में बुधवार को हुई एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना ने प्रशासन और नगर निकायों की लापरवाही की पोल खोल दी। सरोजनीनगर थाना क्षेत्र के नादरगंज चौकी अंतर्गत गिंदनखेड़ा में हुए इस हादसे में 35 वर्षीय अंकित कुमार (निवासी गोंडा) की मौके पर ही मौत हो गई। अंकित टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज में कार्यरत थे।
हादसे की कहानी: तेज रफ्तार ट्रक ने छीनी जिंदगी
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अंकित बाइक से कानपुर रोड से होते हुए अस्पताल की ओर जा रहे थे। इसी दौरान अमौसी गैस प्लांट की ओर से तेज रफ्तार आ रहा गैस कैप्सूल ट्रक (UP17T9753) उनकी बाइक से टकरा गया। टक्कर इतनी तेज थी कि अंकित की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दुर्घटना के बाद सड़क पर घंटों लंबा जाम लगा रहा।
हर घर जल योजना की खुदाई बनी हादसों की जड़
स्थानीय निवासियों का कहना है कि हर घर जल योजना के तहत कई महीने पहले सड़कें खोदी गई थीं लेकिन नगर निगम, जल निगम और यूपीसीडा द्वारा समय पर मरम्मत न कराने के कारण सड़कें खतरनाक गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। नादरगंज-अमौसी रेलवे स्टेशन मार्ग पर जगह-जगह गड्ढे, पानीभराव और टूटी सड़कें आए दिन हादसों को न्यौता दे रही हैं। वही अवैध अतिक्रमण और पार्किंग से भी सड़कें संकरी हो गई हैं।
प्रशासन की लापरवाही उजागर
PWD, नगर निगम, यूपीसीडा और पुलिस प्रशासन के बीच तालमेल की कमी के कारण हालात बद से बदतर हैं। सड़क खुदाई के बाद री-कार्पेटिंग और मरम्मत का काम ठप पड़ा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि “सड़कें गड्ढों में बदल गई हैं और रोज़ लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं।”
लोगों की मांग
तत्काल सड़क मरम्मत कराई जाए।
हर घर जल योजना के काम की गुणवत्ता की जांच हो।
अतिक्रमण और अवैध पार्किंग हटाने के लिए अभियान चलाया जाए।
हादसा करने वाले ट्रक चालक को गिरफ्तार किया जाए।