हजरत इमाम हुसैन की याद में निकाले गए ताजिए, पुलिस अधीक्षक ने की चाक-चौबंद व्यवस्था

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हजरत इमाम हुसैन की याद में निकाले गए ताजिए, पुलिस अधीक्षक ने की चाक-चौबंद व्यवस्था
मर्दे हक बातिल के सामने मात खा सकता,
नहीं सर कटा सकता हैं लेकिन सर झुका सकता नहीं

मोहर्रम की मातमी धुनों के साथ निकाले गये ताजिये
टीकमगढ़। हजरत इमाम हुसैन की शहादत पर मनाया जाने वाले मातमी पर्व मोहर्रम पर शुक्रवार की रात को ताजिये निकाले गए। नगर के विभिन्न मुहल्लों में बनाये गए दर्जनों बड़े व सैकड़ों छोटे ताजिये नगर के मुख्य मार्गो से निकल कर देर रात्रि राजेन्द्र पार्क में एकत्र हुए, जहां मातमी धुनों के साथ मुस्लिम समुदाय के हजारों लोगों ने फ ातया पढक़र हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद किया। माहे मुहर्रम की चांद की 10 तारीख कत्ल की रात के रूप में मनाया जाने बाला यह मातमी पर्व चांद की 10 तारीख को यह ताजिये कर्बला में विसर्जित किये जाते है। नगर के खाई मुहल्ला, नरैया मुहल्ला, कुमैदान महल्ला, पठला मुहल्ला, सैल सागर मुहल्ला, शेखों का मुहल्ला सहित अन्य मुहल्लों में तैयार किये गये सभी छोटे- बड़े सैकड़ों ताजिये शनिवार को भी निकाले गए, जिन्हें स्थानीय राजेन्द्र पार्क में सभी को देखने के लिए एकत्र किया गया, जिसमें सभी ताजियों में की गई बारीक से बारीक कटिंग तथा बनावट का यहां सभी समाज के हजारों लोगों ने कारीगरों की सराहना की। शाम करीब 5 बजे से राजेन्द्र पार्क पहुंचने बाले सभी ताजिये रात करीब 9 बजे तक रखे गए। इसके बाद स्टेट बैंक, लक्ष्मी टॉकीज, पुराना पोस्ट ऑफि स होते हुए सरांय मुहल्ला पहुंचे, जहां कुछ समय रूकने के पश्चात बड़ा तालाब स्थित कर्बला (विसर्जित घाट) पहुंच कर सभी ताजियों को विसर्जित किया गया। इस अवसर पर नगर पालिका परिषद, विद्युत विभाग, ट्राफिक पुलिस सहित प्रशासनिक व्यवस्था की समस्त तैयारियों से दुरूस्त इंतजामों की समाज के प्रत्येक वर्ग ने सराहना की।
पुलिस व्यवस्था रही चौकस-
पुलिस अधीक्षक रोहित कासवानी के नेतृत्व में राजेन्द्र पार्क, से लेकर ताजिया बनने बाले क्षेत्रों से लेकर नगर की मस्जिदों व अन्य क्षेत्रों में की गई चौकस व्यवस्था की लोगों ने जमकर सराहना की। पुलिस अधीक्षक रोहित कासवानी के लिए यह टीकमगढ़ का प्रथम बड़ा धार्मिक आयोजन था, जिससे हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक यह जिला शांति का टापू कहा जाता है। यहां सभी समाज के लोग आपसी भाई चारे के साथ सभी धर्म व त्यौहार मिल जुल कर मनाते है।