रायबरेली। विश्व एड्स दिवस के क्रम में जिला महिला चिकित्सालय रायबरेली में आज एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला महिला चिकित्सालय रायबरेली की सी.एम.एस. डॉ. निर्मला कुमारी,एड्स एक जानलेवा बीमारी है, और इसके लिए लोगों को जागरूक करना अत्यंत आवश्यक है।
एड्स एक संक्रमण रोग है और यह महामारी की तरह फैलता है। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (एनएसीओ) द्वारा जारी आंकड़ों का माने को भारत में एचआईवी/एड्स से पीड़ित लोगों की संख्या में बीते 10 वर्षों में भारी कमी आई है। यह लोगों में एचआईवी/एड्स को लेकर जागरूकता ही है, जिसके कारण इस घातक जानलेवा बीमारी को नियंत्रित किया जा सका है
लोगों के बीच एचआईवी/एड्स महामारी को लेकर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता बढ़ाना, इस बीमारी के प्रति समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करना और एड्स पीड़ितों के प्रति सहानुभूति और समर्थन दिखाना है।
चिकित्सालय मैनेजर मृणालिनी उपाध्याय ने कहा जानकारी ही इसका बचाव है डॉ. मीरा आनंद, डॉ. सुजाता त्रिपाठी, सिस्टर शशीबाला सिंह, सरोजनी तिवारी (मैट्रन), आई०सी०टी०सी० काउन्सलर सीमा यादव, एल०टी० प्रभात शर्मा एवं चिकित्सालय के मेडिकल एवं पैरामैडिकल स्टॉफ उपस्थित रहे।
डॉ0 मीरा एवं काउन्सलर सीमा यादव द्वारा स्टॉफ को एच० आई० वी० के बारे में जागरूक किया गया कि हम अपने आप को सुरक्षित रखते हुए कैसे एच० आई० वी० से पीड़ित व्यक्तियों की देखभाल एवं इलाज कर सकते हैं एवं एच ० आई० वी० गर्भवती महिलाओं से जन्में बच्चों को हम सही समय पर इलाज देकर एच.आई. की बीमारी से बचा सकते हैं।