- श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का त्योहार मनाये जाने की प्रथा
एसके सोनी
लखनऊ। हिंदू धर्म का प्रमुख त्यौहार रक्षाबंधन भाई-बहन के स्नेह, विश्वास और सुरक्षा के रिश्ते का प्रतीक त्यौहार है, हिंदू धर्म में प्रमुख त्यौहार माना जाता है। श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का त्योहार मनाये जाने की प्रथा है। 9 अगस्त शनिवार को यह त्यौहार मनाया जाएगा। रक्षाबंधन के दिन बहने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती है, साथ ही भाई की लंबी उम्र, स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि की कामना भी करती है। भाई बहन के प्रेम का इस त्यौहार पर भाई बहन की जीवन भर रक्षा करने का वचन भी देता है।
कब है शुभ तिथि, किस समय बांधे भाई की कलाई पर राखी
आपको बता दे कि 9 अगस्त पूर्णिमा के दिन शनिवार को यह त्यौहार मनाया जा रहा है। पूर्णिमा की तिथि दो दिन होने के चलते इस साल काफी असमंजस बना है कि आखिर राखी का पर्व कब मनाना हितकर होगा। जानते हैं रक्षाबंधन के त्यौहार मनाने की सही तिथि, मुहूर्त व भद्रा का समय।
जाने रक्षाबंधन पर भद्रा का समय क्या है
ज्योतिषी शास्त्रों के अनुसार इस बार भद्रा काल आरंभ- 8 अगस्त शुक्रवार को दोपहर 2 बजकर 12 मिनट से होगा वहीं भद्रा काल समाप्त की तिथि 9 अगस्त शनिवार को तड़के एक बजकर 52 मिनट पर होगी।
रक्षाबंधन शुभ मुहूर्त पर एक नजर..
ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 4 बजकर 22 मिनट से 5 बजकर 04 मिनट तक रहेगा इसके साथ ही अभिजीत मुहूर्त- का समय दोपहर 12 बजकर 17 मिनट से 12 बजकर 53 मिनट तक रहेगा। वही सौभाग्य योग की बात करे तो सुबह 4 बजकर 8 मिनट से 10 अगस्त को तड़के 2 बजकर 15 मिनट तक रहेगा। सर्वार्थ सिद्धि योग 9 अगस्त को दोपहर 2 बजकर 23 मिनट तक ही रहेगा। इस समयों पर आप भाई की कलाई पर राखी बांध सकती है।
राखी बांधने का मुहूर्त क्या है…
9 अगस्त को सुबह 5 बजकर 35 मिनट से दोपहर 1 बजकर 24 मिनट तक राखी बांधने का सबसे अच्छा मुहूर्त बताया जा रहा है। इस मुहूर्त में सभी बहने अपने भाई की कलाई में राखी बांध सकती है, यह सबसे ज्यादा अच्छा और शुभ माना जा रहा है।
रक्षाबंधन चौघड़िया मुहूर्त क्या है..
बताया जा रहा है लाभ काल प्रातः 10:15 से दोपहर 12:00 बजे तक रहेगा। वही अमृत काल मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक इसके साथ ही चर काल- सायं 4 बजकर 30 मिनट से 6 बजे तक रहेगा।
रक्षाबंधन पर भद्रा का समय क्या रहेगा
भद्रा काल आरंभ 8 अगस्त शुक्रवार को
दोपहर 2 बजकर 12 मिनट से शुरू होकर भद्रा काल समाप्त की तिथि 9 अगस्त शनिवार को तड़के एक बजकर 52 मिनट पर होगी।